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INDORE.इंदौर जीआरपी पु​लिस ने फर्जी तरीके से टीटी बनकर धोखाधड़ी करने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से करीब 79 मोबाइल बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी युवक पांच राज्यों के यात्रियों को निशाना बना चुका है। इंदौर जीआरपी पुलिस ने गुरुवार (16 फरवरी) को इसे मामले का खुलासा किया। बताया गया कि फरियादी रहीम शॉ ने शिकायत की थी कि उन्हें रेलवे स्टेशन पर एक व्यक्ति ने खुद को टीटी बताकर मेरा रेडमी कंपनी को मोबाइल फोन, आधार कार्ड और रुपए छीन लिए।
शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई
इसके बाद जीआरपी हरकत में आई और एफआईआर दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान अन्य शिकायतों से भी आरोपी प्रशांंत की वारदातों की पुष्टी हुई। इसके बाद लगातार पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना पर आरोपी प्रशात को गिरफ्तार कर लिया। रेलवे एसपी निवेदिता गुप्ता ने बताया कि पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह तेलंगाना,राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, कर्नाटक, उड़ीसा में भी इसी तरह की वारदातों को अंजाम दे चुका है। आरोपी विभिन्न जगहों पर अलग-अलग तरीके से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देकर लाखों रुपए की ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुका है।
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ओएलएक्स पर बेच देता था चोरी के मोबाइल
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह अधिकतर मोबाइल फोन ही चुराता था और उन्हें ओलेक्स के माध्यम से बेच देता था। आरोपी ने ओएलएक्स पर दो से तीन अकाउंट भी बनाए हुए हैं। इसी के माध्यम से वह धोखाधड़ी कर मोबाइल बेचता था। आरोपी एजुकेटेड है। वह रेलवे स्टेशन पर टीटी की ड्रेस में खड़ा हो जाता था। वहां पर कोई भी व्यक्ति उसे नजर आता था तो प्लेटफॉर्म टिकट सहित अलग-अलग तरह से पूछताछ करता और जब किसी के पास प्लेटफार्म टिकट नहीं मिलता तो डरा धमका कर उससे मोबाइल लेता था और फिर उस मोबाइल के माध्यम से विभिन्न तरह से ठगी की वारदातों को अंजाम देता था।
प्रेमिका के शौक पूरे करने करता था धोखाधड़ी
आरोपी प्रशांत धोखाधड़ी के पैसों से अपनी प्रेमिका के खर्चों और अपने महंगे शौक पूरा करता था। प्रेमिका पंजाब की रहने वाली है। सोशल मीडिया के माध्यम से ही दोनों की मुलाकात हुई थी। इसके बाद वह अपने पति को छोड़कर प्रशांत पंडा के साथ ही रहने लगी। अधिकतर प्रियंका पांडा और प्रशांत, इसी तरह से धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देते थे। आरोपी प्रशांत का रहन-सहन भी हाई एजुकेटेड व्यक्ति की तरह ही था। वह अधिकतर इंग्लिश में बात करता था। इस कारण कोई भी व्यक्ति उस पर आसानी से विश्वास कर लेता था। इसी का फायदा उठाकर वह लगातार धोखाधड़ी करता था।
प्रशांत पुणे का है रहने वाला
आरोपी प्रशांत पांडा मूल रूप से पुणे का रहने वाला है। वह गलुरु के एक मॉल में काम करता था। वह 12वीं तक पढ़ा हुआ है, लेकिन फर्राटेदार इंग्लिश बोलने के कारण कोई भी व्यक्ति उसकी बातों में आ जाता था। वह आसानी से धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे देता था। आरोपी की प्रेमिका भी इसी तरह से वारदातों को अंजाम दे रही थी। पुलिस ने उसके खिलाफ भी कार्रवाई की है। आरोपी पांच राज्यों में इसी तरह से धोखाधड़ी करीब 79 मोबाइल चुरा चुका है।
खुद के साथ हुई ठगी से प्रशांत को मिला आइडिया
बताया जा रहा है मुंबई जंक्शन के प्लेटफार्म पर ट्रेन के इंतजार करते समय प्रशांत का एक फर्जी टीटी मोबाइल और एटीएम लेकर फरार हो गया था। पकड़े गए आरोपी प्रशांत ने बताया कि उसका सपना रेलवे में टीटी बनने का था, लेकिन नौकरी नहीं मिल पाने के चलते वह हताश रहता था। प्रशांत को अपने साथ मुंबई में हुई घटना से आइडिया मिल गया। इसके बाद प्रशांत ने भी वही राह अपना ली।