BHOPAL. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी मध्यप्रदेश में पहले ही 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। गुजरात चुनाव के बाद राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने वाली आप मध्यप्रदेश में भी गुजरात चुनाव का फॉर्मूला अपनाने जा रही है। पार्टी नेताओं की बातों से अहसास तो यही हो रहा है। पार्टी अपनी दूसरी लिस्ट भी जारी कर चुकी है जिसमें 39 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई है। गुजरात की तरह पार्टी उन्हीं क्षेत्रों को टारगेट कर रही है जहां नगरीय निकाय चुनावों में उसे अच्छे वोट हासिल हुए थे।
गुजरात में भी यही किया था
साल 2021 में आम आदमी पार्टी ने नगरीय निकाय चुनाव में 28 सीटें जीती थीं। जिसके बाद पार्टी ने खासतौर पर उन्हीं इलाकों में मजबूती से चुनाव लड़ा था। इसलिए मध्यप्रदेश में सिंगरौली, जहां पार्टी की एकमात्र मेयर है के अलावा विंध्य क्षेत्र को पार्टी फोकस कर रही है। गुजरात में यह फॉर्मूला अपनाकर पार्टी ने सीटें तो महज 5 ही जीती थीं लेकिन वोट प्रतिशत के जरिए राष्ट्रीय पार्टी का तमगा हासिल किया था। विंध्य के अलावा ग्वालियर-चंबल अंचल में भी पार्टी विशेष निगाह रखे हुए है।
आप का 1 मेयर और 17 पार्षद
दरअसल मध्यप्रदेश में बीते साल हुए नगरीय निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सिंगरौली मेयर पद पर जीत दर्ज करने के साथ-साथ 17 पार्षद के चुनाव जीते थे। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की बात की जाए तो यहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। मध्यप्रदेश में आप समर्थक 118 सरपंच बने थे। ग्वालियर मेयर पद की प्रत्याशी रुचि गुप्ता 45,762 वोट प्राप्त करने में कामयाब रही थीं। आम आदमी पार्टी के लिए इतने वोट काफी उम्मीद जगाते हैं।
केजरीवाल और भगवंत मान कर चुके कई दौरे
मध्यप्रदेश में अपनी सियासी जमीन पक्की करने पार्टी अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान अनेक दौरे कर चुके हैं। शुरुआत पूरे प्रदेश से की लेकिन समय के साथ-साथ पूरा फोकस विंध्य और ग्वालियर चंबल में कर लिया है। अगस्त में केजरीवाल और भगवंत मान विंध्य क्षेत्र के दौरे पर आए थे। दोनों ने सतना में आमसभा की थी। यहां उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के मामा उपनाम के बदले खुदको चाचा डिक्लेयर कर दिया था।