संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के डांस बार माय होम और सांध्य दैनिक सांझा लोकस्वामी के मालिक जीतू सोनी तीन साल छह माह बाद जेल से रिहा हो गए हैं। हाईकोर्ट इंदौर बेंच ने एक याचिका पर नौ अक्टूबर को और फिर एक अन्य याचिका पर 17 अक्टूबर को उनकी जमानत याचिका मंजूर की थी। सोनी पर 47 केस दर्ज है, कोर्ट में बताया गया कि 43 से ज्यादा केस में पहले ही जमानत हो चुकी है। अंतिम जमानत एमआईजी थाने में साल 2019 में धारा 420, 467, 468, 471 और 120बी के तहत दर्ज की गई एफआईआर में हुई। हाईकोर्ट ने जीतू सोनी को 1 लाख की जमानत और बॉन्ड पर जेल से रिहा करने के आदेश दिए थे। इसके बाद सोनी 19 अक्टूबर को जेल से बाहर आ गए।
इन दो केस में मिली आठ दिन में जमानत
- कोर्ट में नौ अक्टूबर को पहले खजराना थाने में दर्ज एफआईआऱ् पर जमानत मिली, जो 50 हजार के बांड पर दी गई। इसमें बताया गया कि वह 19 जुलाई 2020 से जेल में हैं। खजराना थाने में 420, 448, 467, 468, 509, 354ए और 34 में केस दर्ज है। इसमें शिकायत थी कि सोनी और सोनिया सह आरोपी ने बगीचे की जमीन, मंदिर पर कब्जा कर मकान बनाया है और इसमें अवैधानिक गतिविधियां होती है। इसमें हाईकोर्ट ने सोनी की जमानत 50 हजार के बांड पर मंजूर की।
- कोर्ट में दूसरी जमानत याचिका पर 17 अक्टूबर को फैसला दिया। यह एमआईजी थाने में दर्ज हुई थी, जिसमें 420, 467, 468, 471 और 120बी धारा लगी थी। इसमें कोर्ट में बताया गया कि सोनी के खिलाफ शिकायत करने वाले ओमप्रकाश जैन के साथ सोनी का समझौता हो गया है। इसलिए अब 420 का तो मामला ही नहीं बनता है। वहीं दोनों के बीच करार हुआ था इसलिए कूटरचित दस्तावेज वाली धारा 467, 468 का भी इश्यू नहीं है। सभी पक्षों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने एक लाख के बांड पर जमानत मंजूर कर ली।
कमलनाथ सरकार के समय हुई थी ताबड़तोड़ कार्रवाई, हनी ट्रैप में आया था नाम
कमलनाथ सरकार के समय एक दिसंबर 2019 को जीतू सोनी पर कार्रवाई हुई थी और माय होम पर पहली कार्रवाई हुई। इसमें 67 महिलाओं को बंधकर बनाकर काम कराने का आरोप था। महिलाओं को वहां से छुडाया गया। सोनी फरार हो गया। उनका नाम प्रमुखता से हनी ट्रैप केस में ब्लैकमेल करने को लेकर उछला था। इसके बाद प्रशासन, पुलिस ने एक के बाद एक ताबतोड़ कार्रवाई की। इसमें बंगला, अखबार भवन, अन्य निर्माण तोड़े गए। देखते ही देखते उन पर बलात्कार, ब्लैकमेलिंग, धमकाने, कब्जा करने, धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में 47 केस दर्ज हो गए। सोनी को बाद में पुलिस ने जून 2020 में गुजरात के अमरेली जिले के पैतृक गांव ध्वाग्नि से गिरफ्तार किया था। तभी से वह जेल में थे। इस दौरान सोनी ने आरोप भी लगाए थे कि मुझे जबरन के केस थोप कर परेशान किया जा रहा है।