संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में सांवेर से विधायक रह चुके कांग्रेस के पूर्व सांसद, विधायक प्रेमचंद गुड्डु आलोट एससी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। वह आलोट या घटिट्या एससी सीट से टिकट मिलने की आस में थे लेकिन दोनों ही जगह से कांग्रेस ने मौजूदा विधायकों को प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं सांवेर से उनके बेटी रीना सैतिया को टिकट दे दिया गया है, इसके बाद अब उनके लिए कांग्रेस से टिकट के रास्ते बंद हो चुके हैं। कहा जा रहा है कि अब वह निर्दलीय उतरने का मन बना रहे हैं। कांग्रेस ने घटिट्या से मौजूदा कांग्रेस विधायक रामलाल मालवीय को टिकट दिया है वहीं आलोट से मौजूदा विधायक मनोज चावला को टिकट दिया है।
बेटे अजीत ने 'द सूत्र' से कहा कार्यकर्ताओं का है दबाव
प्रेमचंद गुड्डु के बेटे अजीत बौरासी ने द सूत्र से इस मुद्दे पर कहा कि मैंने अपने लिए टिकट नहीं मांगा था, हां पिताजी का जरूर आलोट से टिकट का था। उनका टिकट नहीं होने से कार्यकर्ताओं में निराशा है और वह उन्हें चुनाव लड़ते हुए देखना चाहते हैं। कार्यकर्ताओं का दबाव है वह चुनाव लड़ें। अभी कुछ तय नहीं किया है।
गुड्डु आलोट से रह चुके हैं विधायक और सांसद
गुड्डु 1998 में सांवेर एससी सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं। वह आलोट से सांसद भी रह चुके हैं और वहां से साल 2003 में विधायक भी रह चुके हैं। साल 2018 में वह बीजेपी में चले गए थे और तब उनके पुत्र अजीत बौरासी को घटिट्या से टिकट मिला था लेकिन वह कांग्रेस के रामलाल मालवीय से चुनाव हार गए थे।
फिर कांग्रेस में लौट आए, सांवेर से उपचुनाव लड़ा
इसके बाद गुड्डु एक बार फिर कांग्रेस में आ गए और नवंबर 2020 के दौरान उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर सांवेर से उपचुनाव लड़ा, लेकिन बीजेपी में गए तुलसीराम सिलावट से चुनाव हार गए। इस बार कांग्रेस ने सांवेर से उनकी बेटी रीना सैतिया को टिकट दिया है। इसके पहले गुड्डु और उनकी बेटी रीना के बीच खुलकर लड़ाई भी चली, वैसे यह लड़ाई कॉलेज परिसर की लीज को लेकर थी, लेकिन इसका कारण राजनीतिक ज्यादा था। कहा जाता है कि गुड्डु खुद या बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे और वह चाहते थे कि बेटी रीना अलग हट जाए, लेकिन वह सांवेर से टिकट चाह रही थी। आखिरकार उन्हें टिकट मिला और गुड्डु को कांग्रेस ने दरकिनार कर दिया।