BHOPAL. भोपाल मेट्रो के लिए तीन कोच रविवार देर शाम भोपाल पहुंच गए हैं। फिलहाल इन्हें मुबारकपुर टोल टैक्स नाका पर रखा गया है। देर रात इन्हें सुभाष नगर डिपो में लाया जाएगा। हालांकि, इन्हें ढककर रखा गया है। मेट्रो कोच बडोदरा से करीब एक सप्ताह में 850Km की दूरी तय करके भोपाल लाए गए हैं। ये कोच तीन अलग-अलग ट्रॉले पर रखकर लाए गए हैं। कोच आने से पहले अनलोडिंग से जुड़ी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मेट्रो के कोच भोपाल आने के बाद सुभाष नगर डिपो में बने अनलोडिंग-वे पर अनलोड किया जाएगा।
कोच की चौड़ाई 2.9 और लंबाई 22 मीटर है
मेट्रो कॉर्पोरेशन के अफसरों का कहना है कि हर कोच की चौड़ाई 2.9 मीटर और लंबाई 22 मीटर है। भोपाल आने पर कोच का पूजा-अर्चना कर ट्रैक पर लाया जाएगा। इस वजह से सुभाष नगर मेट्रो डिपो में प्लेटफार्म से जुड़ी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
सुभाष नगर डिपो से रानी कमलापति स्टेशन के बीच होगा ट्रायल
सोमवार को कोच के अनलोड होने के बाद इसकी टेस्टिंग होगी। 25 सितंबर के बाद कभी भी ट्रायल रन कर लिया जाएगा। सुभाष नगर डिपो 80 एकड़ जमीन पर बन रहा है। यही से मेट्रो ट्रेनों का संचालन होगा। नाइट हॉल्ट भी यही पर होगा। भोपाल के एम्स से सुभाष नगर तक बिछाई गई 6.22Km ऑरेंज लाइन पर यह कोच दौड़ेंगे। हालांकि, ट्रायल रन सुभाष नगर डिपो से रानी कमलापति स्टेशन के बीच ही होगा। मई-जून 2024 में आम लोग मेट्रो में सफर कर सकेंगे।
इन स्टेशनों पर किया जाएगा ट्रायल
प्रायोरिटी कॉरिडोर में कुल आठ स्टेशन हैं। इनमें एम्स हॉस्पिटल, अलकापुरी, DRM ऑफिस, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, सरगम टॉकीज, DB मॉल, केंद्रीय स्कूल और सुभाषनगर स्टेशन शामिल हैं। ट्रायल रन करीब साढ़े तीन किलोमीटर में सुभाषनगर स्टेशन से आरकेएमपी स्टेशन तक किया जाएगा। ट्रायल से पहले मेट्रो स्टेशनों पर लगे एस्कलेटर, लिफ्टस, (PEB) स्ट्रक्चर/शेड, ट्रैक, अग्निशमन संबंधित काम चल रहे हैं। ट्रायल के लिए सभी जरूरी काम 20 सितंबर तक पूरे किए जाने का टारगेट है।
मई-जून 2024 में किया जाएगा संचालन
इंदौर में मेट्रो कोच 31 अगस्त को ही आ चुके हैं। अब तक टेस्टिंग होती रही। एक-दो दिन में ट्रायल हो सकता है। मेट्रो के ट्रायल रन के बाद दिल्ली से टीम आएगी, जो सेफ्टी ट्रायल एवं अन्य गतिविधियां करेंगी। इसके बाद अगले साल मई-जून 2024 में कमर्शियल/पैसेंजर ऑपरेशन का संचालन किया जाएगा।