JAIPUR. राजस्थान सरकार का जलदाय मंत्री महेश जोशी गुरुवार, 19 अक्टूबर को जयपुर में स्थित गढ़ गणेश मंदिर पर बनाए जाने वाले रोपवे का शिलान्यास करने पहुंच गए। प्रदेश में चुनाव के आचार संहिता लगी हुई है ऐसे में जैसे ही चुनाव आयोग को इसकी भनक लगी चुनाव अधिकारी मौके पर पहुंचे और मंत्री को शिलान्यास करने से रोक दिया। वहां मौजूद संत महंतों से रोपवे का शिलान्यास कराया गया। साथ ही मंत्री का नाम लिखी शिलान्यास पट्टिका को भी चुनाव आयोग के अधिकारियों ने हटाकर रख दिया।
आचार संहिता के बाद शिलान्यास कार्यक्रम नहीं हो सकता
चुनाव अधिकारी कीर्ति सिंह निर्वाण ने कहा कि अखबार में जिस तरीके से विज्ञापन आया, वह आचार संहिता का उल्लंघन है। आचार संहिता लगने के बाद कोई भी पॉलिटिकल शिलान्यास कार्यक्रम नहीं हो सकता है। यह एक पॉलिटिकल कार्यक्रम था यदि कोई आयोजन निजी है, तो उसमें कोई दिक्कत नहीं है। दरअसल जयपुर के गढ़ गणेश मंदिर में दर्शन करने वाले यात्रियों के लिए एक निजी कंपनी की ओर से रोप वे बनाया जा रहा है। अभी गढ़ गणेश मंदिर तक जाने के लिए 365 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। इस रोप-वे को बनने में 2 साल को समय लगेगा और 9 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
मुझे इस बात की खुशी है कि काम शुरू हो गया
रोपवे का शिलान्यास करने से रोके जाने पर मंत्री महेश जोशी ने कहा यह कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं था, बल्कि निजी कार्यक्रम था। जिस कंपनी ने रोप-वे बनाने का काम शुरू किया है, उसने वन विभाग की जमीन 30 साल के लिए लीज पर ली है। लीज की राशि भी जमा करा दी है तो फिर यह कैसे सरकारी जमीन है। मुझे इस बात का कोई मलाल नहीं है कि मैं इसका शिलान्यास नहीं कर पाया। मुझे इस बात की खुशी है कि यह शिलान्यास हो गया है और काम शुरू हो गया है।
इलेक्शन कमीशन नोटिस पर अपनी बात रखूंगा
महेश जोशी ने कहा कि अभी मैं कोई बात करूंगा तो राजनीतिक बात हो जाएगी, जो मंदिर में ठीक नहीं है, लेकिन एक पार्टी के लोग ऐसे हैं जो खुद कुछ काम करते नहीं हैं और कोई दूसरा करने लगता है तो उसको रोकने लग जाते हैं। मैं पहला जनप्रतिनिधि हूं, जिसने गोविंद देव जी मंदिर में सेवा करने की कोशिश की है। मुझे अगर इलेक्शन कमीशन नोटिस देता है तो मैं जरूर वहां अपनी बात रखूंगा। हम राजनीतिक लाभ नहीं लेना चाहते, हम कानून पसंद आदमी हैं, कानून की पालन करना चाहते हैं और सच्चे मन से पूजा पाठ करना चाहते हैं।