नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में प्राइवेट स्कूलों द्वारा विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। प्राईवेट स्कूलों ने अब तक बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों की जानकारी माशिम को नहीं भेजी है। प्रदेश के ऐसे सौ स्कूलों का यही हाल है। समय सीमा बढ़ाने के बाद भी एंट्रिया नहीं होना प्रायवेट स्कूलों की लापरवाही दर्शाता है।10 वीं और 12 वीं के विद्यार्थियों की जानकारी माशिम को भेजना बेहद जरूरी होता है।
प्रायवेट स्कूलों को लापरवाही
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने प्रदेश के सभी शासकीय और निजी स्कूलों को छात्रों की डाटा एंट्री के लिए 31 जुलाई तक का समय दिया था। डाटा एंट्री नहीं हो पाने के कारण पोर्टल अगस्त महीने तक खोला गया था। लेकिन प्राईवेट स्कूल डाटा एंट्री नहीं कर पाए हैं। बता दें कि माशिम द्वारा प्रत्येक वर्ष स्कूलों से दसवीं-बारहवीं के छात्रों का डाटा मंगाया जाता है। ये एंट्री ऑनलाइन करनी होती है। इसके आधार पर वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी होती है। जिन छात्रों का फॉर्म भेजा जाता है, उन्हें ही परीक्षा में बैठने की अनुमति मिलती है। स्कूलों ने दोबारा पोर्टल खोलने की मांग की है जिसके बाद एक दिन के लिए पोर्टल खोला जाएगा। जिससे बच्चों का भविष्य खराब ना हो सके।
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अब तक इतनी एंट्रियां हुईं
माध्यमिक शिक्षा मंडल छत्तीसगढ़ द्वारा 31 अगस्त तक पोर्टल खोला गया था। अब तक 10 वीं कक्षा के 6 हजार 482 स्कूलों ने एंट्री की है। वहीं 12 वीं के 4 हजार 16 स्कूलों ने एंट्री की है। अब तक हो चुकी एंट्री के अनुसार, दसवीं में 3 लाख 39 हजार 683 तथा बारहवीं में 2 लाख 54 हजार 102 छात्र हैं। अब एक दिन और पोर्टल खुलने के बाद होने वाली एंट्रियों से विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी।