JAIPUR. राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 200 में से 199 सीटों पर शनिवार 25 नवंबर को वोटिंग जारी है। दोपहर 3 बजे तक 55.63% प्रतिशत मतदान हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 199 सीटों पर कुल 1862 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां वोटर्स की संख्या 5,25,38,105 है। इनमें 18-30 आयु वर्ग के 1,70,99,334 युवा मतदाता शामिल हैं। नए वोटर्स की संख्या 22,61,008 है। राजस्थान समेत पांच राज्यों के विधासभा चुनावों को 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। दोपहर 3 बजे तक सबसे ज्यादा वोटिंग जैसलमेर जिले में 63.48 फीसदी हुई। वहीं, सबसे कम मतदान पाली जिले में 49.79 प्रतिशत हुआ है। राजस्थान में दोपहर 3 बजे तक 55.63 फीसदी मतदान हुआ है।
किस्मत में जो लिखा, कोई छीन नहीं सकता
सचिन पायलट ने सीएम नहीं बनने के सवाल पर कहा कि किस्मत में जो लिखा है, उसे कोई छीन नहीं सकता और जो नहीं लिखा है उसे कोई दे नहीं सकता। पार्टी की विचारधारा सबसे आगे है। हर व्यक्ति यहां चुनाव लड़ रहा है। कोई भी एक चुनाव न तो लड़वा सकता है और न जितवा सकता है और न हरवा सकता है।
मारपीट, वोटिंग में देरी
चूरू जिले के सरदारशहर विधानसभा क्षेत्र के अंजूमन स्कूल में बने मतदान केंद्र के बूथ नंबर 130-131 पर मारपीट का मामला सामने आया है। पार्षद प्रतिनिधि आसिफ खोखर का आरोप है कि उन पर 5-7 लोगों ने हमला किया है। वहीं, सीकर, श्रीगंगानगर के कई बूथों पर ईवीएम में आई खराबी के कारण मतदान में देरी हुई। बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के आचार्य श्रीराम विद्यालय के बूथ पर मोबाइल को लेकर पुलिस और मतदाताओं के बीच झड़प हो गई।
हार्टअटैक से हुई मौत
झालवाड़ और उदयपुर में दो बुजुर्ग मतदाताओं की वोटिंग लाइन में खड़े-खड़े मौत हो गई। झालावाड़ के मोलक्या कला के मतदान केंद्र पर एक बुजुर्ग 70 वर्ष मतदाता की अचानक चक्कर आने से तबीयत खराब हो गई और वह बेहोश होकर नीचे गिर गया। हॉस्पिटल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं, उदयपुर ग्रामीण के भी एक पोलिंग बूथ पर 69 साल के वोटर्स की कुछ ऐसी हुई मौत हुई। अजमेर जिले के पुष्कर विधानसभा में 81 साल के त्रिलोक चंद नाहर की मतदान के बाद घर पहुंचते ही मौत हो गई। त्रिलोक चंद पुष्कर शहर के सावित्री मोहल्ला के रहने वाले थे।
फर्जी मतदान का आरोप
झोटवाड़ा विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सिवाड़ गांव में फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा- शिकायत के बाद भी पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है। राज्यवर्धन ने निर्वाचन आयोग में की इसकी शिकायत भी की है।