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RAIPUR. छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है। चुनाव से पहले बीजेपी प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर कई मुद्दों को लेकर हमलावर हैं। आज ही दिन 25 जून 1975 में लगाई गई इमरजेंसी को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत देखने को मिली है। यहां बीजेपी ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। रायपुर में BJP प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव, पूर्व सीएम रमन सिंह और राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। रायपुर में रविवार (25 जून) को भारतीय जनता पार्टी का प्रबुद्धजन सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में बीजेपी के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में 1975 आपातकाल के समय संघर्ष करने वालों का सम्मान किया गया। साथ बीजेपी के नेताओं ने इमरजेंसी के दौर को याद करके कांग्रेस को हमला बोला।
डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस पर बोला हमला
आपातकाल को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा, देश में आज ही के दिन आपातकाल लगा था, जो इतिहास का सबसे काला दिन था। कांग्रेस से लड़कर हमें दूसरी बार आजादी मिली। आपातकाल में छत्तीसगढ़ से हजारों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। छत्तीसगढ़ में पत्रकार स्वतंत्र नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में भी वर्तमान सरकार इंदिरा गांधी के नक्शे कदम पर आतंक के बल पर राजनीति करना चाह रही। न्यायालय को खरीदने की कोशिश कर रही।
प्रेस की स्वतंत्रता छीनी गई- अरुण साव
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश को आपातकाल में झोंकने का काम किया। इमरजेंसी इतिहास की सबसे काली रात थी, नागरिकों के अधिकारों का हनन किया गया था। विपक्ष को जेल भेजा उनके साथ प्रताड़ना हुई, प्रेस की स्वतंत्रता छीनी गई।
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आपातकाल में मीडिया का गला घोंट दिया गया
आपातकाल को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने कहा, आपातकाल में स्वदेशी और विदेशी प्रेस शिकार बने। स्वतंत्र लिखने वाले अरेस्ट हो गए। जिसने आनाकानी की इनकम टैक्स उसके पीछे पड़ा। फोटोग्राफर, हॉकर की अरेस्टिंग हुई। समाचार पत्र स्वतंत्र नहीं लिख सकता था, मीडिया का गला घोंट दिया गया। विदेशी पत्रकारों को देश से आउट किया गया। लोकतांत्रिक नेता जय प्रकाश नारायण जो गांधी जी के अनुयायी थे, उन्होंने संपूर्ण क्रान्ति अभियान चलाया था। इंदिरा गांधी इससे घबरा गई थीं, कई विपक्षी नेता इससे जुड़ गए, तभी 25 जून 1975 को दूसरा प्रहार हुआ और सभी नेता अरेस्ट हो गए। 4 जुलाई 1975 को 56 सामाजिक संगठन को बैन कर दिया गया, असंख्य नेता अरेस्ट हो गए, तब 2 लाख लोग ने सत्याग्रह किया। फिल्म जगत के लोग किशोर कुमार के गाने, शोले फिल्म के डायलॉग, फिल्म जगत के अंदर आनाकानी करने वालों को भी समाप्त कर दिया गया।