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छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में रेत माफिया द्वारा आरक्षक को कुचलकर मारने के मामले में पुलिस ने झारखंड से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सनावल थाना क्षेत्र के अंतर्गत रेत का अवैध खनन और परिवहन रोकने पहुंचे पुलिस दल पर झारखंड के माफिया ने हमला कर एक आरक्षक की ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या कर दी थी।
ऐसे हुई घटना
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, सोमवार रात पुलिस को सूचना मिली थी कि सनावल क्षेत्र के पास अवैध रूप से रेत का खनन और ट्रैक्टर से परिवहन किया जा रहा है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए आरक्षक राकेश कुमार अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे। इसी दौरान एक ट्रैक्टर चालक ने उन्हें जानबूझकर कुचल दिया और अन्य आरोपी मौके से भाग निकले। घटना की पुष्टि करते हुए बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक आरक्षक की पहचान राकेश कुमार साहू के रूप में हुई है, जो अपने कर्तव्य का पालन करते हुए शहीद हो गया। घटना के बाद जिले में शोक और आक्रोश का माहौल है।
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चार आरोपी झारखंड से गिरफ्तार
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विशेष जांच दल गठित किया। तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से पुलिस ने चार आरोपियों को झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में ट्रैक्टर चालक और उसके तीन सहयोगी शामिल हैं। इनके पास से घटना में प्रयुक्त वाहन भी जब्त कर लिया गया है। आरोपियों के नाम- जमील अंसारी (41 वर्ष), शकील अंसारी (22वर्ष), आरीफूल हक (24 वर्ष) निवासी सेराजनगर (झारखंड) और अकबर अंसारी (50 वर्ष) निवासी गढ़वा (झारखंड)।
पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, जिससे अन्य सहयोगियों की पहचान और गिरफ़्तारी जल्द संभव हो सकेगी।
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हाईकोर्ट ने लिया था स्वतः संज्ञान
मामले की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर हाईकोर्ट ने घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए सख्त टिप्पणी की है। अदालत ने छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक (DGP), खनिज सचिव, और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है।
हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा “राज्य सरकार को हमने पहले ही अवैध खनन रोकने के निर्देश दिए हैं, फिर भी यह घटना होना बेहद गंभीर और चिंताजनक है। स्टेट अफेयर्स की हालत यह है कि एक वर्दीधारी जवान को माफिया कुचलकर मार डालते हैं।”
न्यायालय की इस सख्ती के बाद पुलिस और प्रशासन ने रेत माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया ।
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अन्य आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस ने बताया कि घटना में शामिल कुछ और लोग फरार हैं, जिनकी तलाश के लिए छत्तीसगढ़ और झारखंड में एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही, अवैध खनन के पीछे मौजूद बड़े रैकेट की भी जांच की जा रही है।
सरकार और पुलिस का रुख
घटना के बाद राज्य सरकार ने कड़ा संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने आरक्षक के परिवार को 50 लाख रुपये की सहायता राशि और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। साथ ही दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया गया है।
पुलिस विभाग ने पूरे जिले में अवैध खनन के खिलाफ विशेष अभियान शुरू कर दिया है। आरक्षक की शहादत ने रेत माफियाओं के बढ़ते दुस्साहस पर सवाल खड़े कर दिए हैं।यह खबर एक गंभीर संकेत है कि अवैध खनन को रोकने के लिए जमीनी स्तर पर और भी सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है।
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