/sootr/media/media_files/2025/11/25/aigarh-msp-steel-plant-accident-worker-death-protest-the-sootr-2025-11-25-16-56-58.jpg)
Raigarh. रायगढ़ जिले के जामगांव स्थित एमएसपी स्टील प्लांट (MSP Steel Plant) में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। चलते कन्वेयर बेल्ट में फंसकर कर्मचारी की मौत हो गई। इस हादसे के कारण मंगलवार को प्लांट के मुख्य गेट पर तनाव का माहौल बन गया। मृतक के परिजन और साथी कर्मचारी प्लांट के गेट पर धरने पर बैठ गए हैं। प्रदर्शनकारी मृतक के परिवार के लिए ₹50 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को स्थायी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।
कैसे हुआ एमएसपी स्टील प्लांट हादसा?
मृतक लक्ष्मण साहू (निवासी अमोरा, जांजगीर) सोमवार को अपनी नियमित शिफ्ट में काम कर रहे थे। आरोप है कि लक्ष्मण साहू कन्वेयर बेल्ट पर प्लेट चिपकाने का कार्य कर रहे थे, लेकिन उस समय बेल्ट चालू स्थिति में ही थी। काम करते समय अचानक उनका हाथ बेल्ट में फंस गया और वह तेजी से बेल्ट में खिंचते चले गए।गंभीर चोट लगने के कारण उनकी हालत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
कर्मचारियों का आरोप है कि यदि बेल्ट को बंद करके कार्य करवाया जाता तो यह दुर्घटना टाली जा सकती थी, जिससे साफ तौर पर प्लांट प्रबंधन की ओर से सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी का संकेत मिलता है।
ये खबर भी पढ़ें...
रायपुर स्टील फैक्ट्री में बड़ा हादसा: 6 कर्मचारियों की मौत,कई घायल,बचाव अभियान जारी
सक्ती आरकेएम पावर प्लांट हादसा: 12 साल से लिफ्ट मेंटेनेंस नहीं,4 मजदूरों की मौत,7 के खिलाफ FIR
प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही के आरोप
हादसे के बाद प्लांट कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। उनका आरोप है कि एमएसपी स्टील प्लांट में लंबे समय से औद्योगिक सुरक्षा नियमों की अनदेखी की जा रही है। कर्मचारियों ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार प्लांट में सुरक्षा उपकरणों और प्रोटोकॉल की कमी के कारण छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रबंधन ने इसे कभी भी गंभीरता से नहीं लिया। मजदूरों का कहना है कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी ही लक्ष्मण साहू की मौत का कारण बनी।
परिजनों की ओर से मुआवजे और सुरक्षा की मांग
मंगलवार सुबह बड़ी संख्या में मृतक लक्ष्मण साहू के परिजन, ग्रामीण और साथी कर्मचारी प्लांट के मुख्य गेट पर इकट्ठा हुए और धरना शुरू कर दिया। परिजनों की मुख्य मांगें हैं:
आर्थिक मुआवजा: मृतक के परिवार को ₹50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
स्थायी रोजगार: परिवार के एक सदस्य को प्लांट में स्थायी नौकरी दी जाए।
पेंशन और शिक्षा: मृतक की पत्नी को आजीवन पेंशन दी जाए और उनके दोनों बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च प्रबंधन उठाए।
आक्रोशित प्रदर्शनकारियों का स्पष्ट कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं और प्रबंधन की जिम्मेदारी तय नहीं की जाती है, तो वे अपने आंदोलन को और उग्र रूप देंगे।
पुलिस-प्रशासन मौके पर, तनाव कायम
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वे धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर मामले को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक प्रबंधन उचित मुआवजे और प्लांट में ठोस सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का लिखित आश्वासन नहीं देता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
ये खबर भी पढ़ें...
छत्तीसगढ़ के आरकेएम पावर प्लांट में बड़ा हादसा, लिफ्ट गिरने से 3 मजदूरों की मौत, 7 घायल
बेमेतरा में भीषण सड़क हादसा; पिकअप को ट्रक ने मारी टक्कर, पश्चिम बंगाल के 3 मजदूरों की मौत
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us