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MP Brijmohan Statement on Arang mob Lynching : रायपुर सासंद बृजमोहन अग्रवाल ने आरंग मामले को मॉब लिंचिंग कहे जाने पर आपत्ति जताई है। बृजमोहन ने मीडिया से कहा कि आप कैसे उस घटना को मॉब लिंचिंग कह सकते हैं ? अरे कोई गड्ढे में कूद गया और मृत्यु हो गई तो मॉब लिंचिंग कैसे कहेंगे।
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रायपुर सांसद बृजमोहन ने आगे कहा बहुसंख्यक समाज की भावना को अल्पसंख्यक समाज आहत न करे। मैं तो प्रेस से कहूंगा जो खुद गड्ढे में कूदकर मर गए उसे मॉब लिचिंग का रूप आप लोग क्यों दे रहे हैं। कांग्रेस के लोग कानून व्यवस्था को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।
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बलौदाबाजार आगजनी में कांग्रेस के लोग शामिल
सांसद ने आगे कहा कि बलौदाबाजार आगजनी से जुड़े लोगों के जो नाम सामने आ रहे हैं वो कांग्रेस से जुड़े लोग हैं। अब हमारे CM ऐसे लोगों के खिलाफ जो कानून व्यवस्था खराब कर रहे हैं जो गायों की तस्करी करते हैं उन पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
सरकार को सभी लोगों का ध्यान रखने की जरूरत है, विश्व हिंदू परिषद भी अपनी जगह सही है। इसे मॉब लिंचिंग का रूप न दें, या तो वो आत्महत्या है या उनकी गलती है।
क्या है आरंग मामला
यह घटना 7 जून को रायपुर-महासमुंद सीमा पर हुई थी। यूपी के सहारनपुर निवासी सद्दाम कुरैशी (23), उसके चचेरे भाई गुड्डू खान (35) और चांद मिया खान (23) छत्तीसगढ़ के महासमुंद से रायपुर में मवेशी लेकर जा रहे थे। इसी दौरान आरंग में महानदी नदी के पुल पर रोका और उन पर भीड़ ने हमला किया।
इसके बाद पुलिस को तीनों पुल के नीचे पड़े मिले थे। दो की उसी दिन मौत हो गई, जबकि जीवित बचे सद्दाम ने 18 जून को दम तोड़ दिया। जिसके बाद समुदाय विशेष ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने एसआईटी बनाकर आरोपियों की धर पकड़ शुरु की। पुलिस ने अब तक कुल 4 लोगों को पकड़ा है, जिन पर आरंग मॉब लिंचिंग में शामिल होने के आरोप हैं।