11 B.Sc Nursing Colleges Affiliation Banned : छत्तीसगढ़ के निजी कॉलेज प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। आयुष विश्विद्यालय ने एक दो नहीं पूरे 11 निजी बीएससी नर्सिंग कॉलेजों की संबद्धता पर रोक लगा दी है। वहीं आयुष विश्वविद्यालय प्रबंधन बोर्ड ने 129 में से 118 को सही पाया है। पहली बार विश्वविद्यालय प्रबंधन बोर्ड की मीटिंग में इतना सख्त फैसला किया गया है।
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दरअसल, जिन कॉलेजों की संबद्धता पर रोक लगी उनमें से एक कॉलेज में प्राचार्य नहीं है, 3 कॉलेजों में स्टाफ की कमी, 27 के पास खुद के कॉलेज भवन, लैब और छात्रावास नहीं है। इसके अलावा आठ कॉलेज ऐसे भी थे जिनके पास इंडियन नर्सिंग काउंसिल (INC) से मान्यता नहीं थी। ये कॉलेज राजनीतिक संरक्षण प्राप्त व्यक्तियों और नर्सिंग संघों से जुड़े पदाधिकारियों के हैं।
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इनकी मान्यता निरस्त
- जेईएस कॉलेज ऑफ नर्सिंग, बिलासपुर- 60 सीट: टीचिंग स्टॉफ में प्राचार्य, उप प्राचार्य, प्राध्यापक, सह प्राध्यापक नहीं थे। भवनों के नक्शे की सत्यापित प्रति प्रस्तुत नहीं की गई।
- शिवम कॉलेज ऑफ नर्सिंग, गरियाबंद- 80 सीट: 10 साल बाद भी कॉलेज और छात्रावास भवन का निर्माण नहीं कराया। आईएनसी मापदंड के अनुरूप टीचिंग स्टॉफ, लैब, लाइब्रेरी, क्लास रूम नहीं है। क्लीनिकल ट्रेनिंग के लिए जिला अस्पताल गरियाबंद से नवीनीकरण आदेश नहीं हुआ।
- मार्गदर्शन संस्थान कॉलेज ऑफ नर्सिंग- कोरिया-40 सीट: 15 साल बाद भी कॉलेज और छात्रावास भवन का निर्माण नहीं कराया गया। किराए के भवन के कक्ष छोटे हैं, जो मानकों के अनुरूप नहीं है। टीचिंग स्टॉफ, लैब, उपकरण और लाइब्रेरी की कमी है।
इस सत्र में घटेंगी सीट
चिकित्सा शिक्षा संचालनालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिसंबर 2023 में संचालनालय ने कमियां पाते हुए एक कॉलेज की मान्यता रोक दी थी, जिसके बाद काफी दबाव आया। अंत में मान्यता जारी की गई। पिछले सत्र में 124 कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग की 7216 सीटें थी, इस सत्र में 600 सीट कम होंगी।
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