IED की चपेट में आया भालू परिवार, जवानों को मारना चाहते थे नक्सली
IED Blast In Bastar : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जाते ही बस्तर में फिर से धमाका शुरू हो गया है। आईईडी ब्लास्ट के चपेट में आने से भालू परिवार की मौत हो गई।
Bear family died IED blast Naxals wanted kill soldiers jagdalpur
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IED Blast In Bastar : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जाते ही बस्तर में फिर से धमाका शुरू हो गया है। आईईडी ब्लास्ट के चपेट में आने से भालू परिवार की मौत हो गई। दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सरहद पर इंद्रावती नदी पार आईईडी ब्लास्ट की चपेट में भालू फैमली आ गई। धमाके से मादा भालू की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं शावकों की भी मौत हो गई।
यह पूरा मामला बारसूर थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि दोनों मृतक शावकों की मौत भूख की वजह से हो गई। नक्सलियों ने कोशलनार से आगे जंगल-पहाड़ी रास्ते पर जवानों को नुकसान पहुंचाने के मंसूबे से आईईडी प्लांट कर रखी थी। वहीं करीब सप्ताहभर पहले प्रेशर आईईडी की चपेट में मादा भालू आ गई। धमाके में उसकी मौत हो गई। वहीं उसके 2 शावकों ने भूख से दम तोड़ दिया।
कुछ दिन पहले इलाके के ग्रामीण जंगल से जलाऊ लकड़ी लेने के लिए गए हुए थे। उन्होंने भालुओं के शव देखे। साथ ही ब्लास्ट हुए आईईडी के कुछ अवशेष देखे। उन्होंने भालू की एक तस्वीर ली थी। भालू के शव के ऊपर दो शावकों के शव पड़े हुए हैं। वहीं अब जब यह तस्वीर पुलिस के हाथ लगी तो इसके बारे में जानकारी मिल पाई। ये नजारा झकझोर कर देने वाला है।
आईईडी ब्लास्ट की चपेट में कौन आया और घटना कहां हुई?
आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से एक मादा भालू और उसके दो शावकों की मौत हो गई। यह घटना दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सीमा पर इंद्रावती नदी के पास बारसूर थाना क्षेत्र में हुई।
आईईडी किसने प्लांट किया था?
आईईडी ब्लास्ट को नक्सलियों ने जंगल-पहाड़ी रास्ते पर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से प्लांट किया था।
भालू परिवार के शवों के बारे में जानकारी कैसे मिली?
कुछ ग्रामीण जलाऊ लकड़ी लेने जंगल गए थे। उन्होंने भालू परिवार के शव और ब्लास्ट के अवशेष देखे। ग्रामीणों ने शवों की तस्वीर ली, जिसमें मादा भालू और उसके दो शावकों के शव दिखाई दिए। यह तस्वीर पुलिस के हाथ लगने पर घटना की जानकारी मिली।