छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS) के गर्ल्स हॉस्टल में डॉ. भानुप्रिया सिंह द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया है। 2018 बैच की MBBS छात्रा और हाल ही में पासआउट डॉक्टर भानुप्रिया ने 17 नवंबर को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
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सुसाइड से पहले प्रेमी और दोस्तों को भेजे मैसेज
आत्महत्या से पहले डॉ. भानुप्रिया ने अपने प्रेमी डॉ. नीरज कंवर को संदेश भेजा, जिसमें लिखा, "मैं तुम्हारे लायक नहीं हूं, मुझे माफ कर दो।" यह संदेश देखने के बाद डॉ. नीरज ने तुरंत कॉल किया, लेकिन भानुप्रिया ने फोन नहीं उठाया। इसी दौरान उनकी एक सहेली ने घटना की जानकारी दी। इसके अलावा, भानुप्रिया ने अपने दोस्तों को भी संदेश भेजा था, जिसमें उसने लिखा, "मैं सभी को धोखा दे रही हूं।"
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सिम्स में क्यों आई थी भानुप्रिया?
भानुप्रिया अंबिकापुर से बिलासपुर आई थी। वह यहां अपने कमर दर्द का इलाज कराने के लिए 14 नवंबर को सिम्स पहुंची थी। इस दौरान उसने आर्थोपेडिक और मनोरोग विभाग में जांच कराई। भानुप्रिया सिम्स गर्ल्स हॉस्टल में अपनी सहेलियों से मिलने आई थी और बाद में सहेली की शादी में शामिल होने सारंगढ़ जाने वाली थी।
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पारिवारिक तनाव और कमर दर्द बना आत्महत्या की वजह?
डॉ. भानुप्रिया के पिता उमेश सिंह ने बताया कि वह पिछले कुछ समय से कमर दर्द से परेशान थी और अपने काम को लेकर भी तनाव में रहती थी। उन्होंने यह भी बताया कि भानुप्रिया अक्सर अपनी मां से कहती थी, "अगर मैं मर जाऊं तो आप क्या करेंगी?" उनके भाई अखिलेश सिंह ने कहा कि वह नया काम शुरू करने के कारण दबाव में थी, लेकिन उसने कभी इस बात का संकेत नहीं दिया कि वह आत्महत्या जैसा कदम उठाएगी।