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Bijapur Porta Cabin Scam: बीजापुर जिले में करोड़ों रूपए के भ्रष्टाचार मामले का बड़ा खुलासा हुआ है। बिना टेंडर और बिल के करोड़ों रूपए की खरीदी के मामले में जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए 24 पोर्टा केबिन अधीक्षकों को पद से हटा दिया है। यह कार्रवाई कलेक्टर संबित मिश्रा के आदेश पर हुई। इससे पहले इस मामले में एपीओ पुरुषोत्तम चंद्राकर और एक अन्य कर्मचारी को निलंबित किया जा चुका था।
कैसे हुआ घोटाला?
सूत्रों के अनुसार, बीजापुर जिले के चार विकासखंड – बीजापुर, भोपालपटनम, भैरमगढ़ और उसूर में बनाए गए 26 पोर्टा केबिन में यह भ्रष्टाचार हुआ। पोर्टा केबिनों में लगभग 1 करोड़ 20 लाख रूपए से अधिक का भुगतान बिना भंडार क्रय नियम और टेंडर प्रक्रिया के उल्लंघन के साथ कर दिया गया। जांच में सामने आया कि डेढ़ करोड़ रूपए का भुगतान बिना बिल के किया गया।
शिकायत मिलने के बाद एसडीएम स्तर पर जांच हुई, जिसमें भोपालपटनम के 11 पोर्टा केबिनों में फर्जी भुगतान के पुख्ता सबूत मिले।
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अधीक्षकों की सफाई
कार्रवाई के डर से कुछ दिन पहले अधीक्षकों ने कलेक्टर के सामने सफाई दी थी। उनका कहना था उन्हें ऊपर से निर्देश मिला था कि भुगतान करें, इसलिए उन्होंने पैसे दिए। उनका दावा है कि इसमें उनका कोई निजी स्वार्थ नहीं था। अधीक्षकों ने यह भी कहा कि पहले भी इसी तरह से संबंधित फर्म को भुगतान होता रहा है।
प्रशासन की सख्ती
कलेक्टर संबित मिश्रा ने सभी अधीक्षकों की दलीलें सुनीं लेकिन इसे गंभीर गलती मानते हुए उन्हें चेताया और कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा था। आखिरकार, प्रशासन ने 26 में से 24 अधीक्षकों को उनके पद से हटा दिया। नए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई। इस मामले में दो कर्मचारियों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई।
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बीजापुर पोर्टा केबिन घोटाला क्या है?
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सबसे ज्यादा कार्रवाई भोपालपटनम में
सबसे ज्यादा 11 अधीक्षकों को हटाने की कार्रवाई भोपालपटनम ब्लॉक में हुई है। बाकी अधीक्षक बीजापुर, भैरमगढ़ और उसूर ब्लॉकों से हटाए गए हैं। बीजापुर पोर्टा केबिन घोटाले ने जिले के प्रशासनिक तंत्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना टेंडर और बिल के करोड़ों रुपये की खरीदी में अधीक्षकों ने "ऊपर से आदेश" का हवाला दिया, लेकिन जिला प्रशासन ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए तुरंत कार्रवाई की।
अब देखने वाली बात होगी कि इस मामले में आगे और कौन-कौन से बड़े नाम सामने आते हैं और भ्रष्टाचार की यह कड़ी कहां तक जाती है।
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