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Brother murdered cousin for 80 lakhs
Chhattisgarh Crime News : एक बार फिर पैसों के लिए रिश्ता शर्मसार हुआ है। 80 लाख रुपए पाने के लिए एक भाई शैतान बन गया। रिश्तों में गद्दारी की इस कहानी को जानकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल, छत्तीसगढ़ में एक युवक ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर बीमा की रकम पाने के लिए अपने ही ममेरे भाई को मौत की नींद सुला दिया। इतना ही नहीं सजा से बचने के लिए उसने हत्या ( Murder ) को एक्सीडेंट का नाम देने के लिए शव को गाड़ी के नीचे कुचल दिया और ममेरे भाई की लाश को सड़क पर फेंक दिया। हालांकि पुलिस की छानबीन में हत्या का खुलासा हो गया। यह मामला खैरागढ़ थाना क्षेत्र का है।
यह है मामला
बीते दिन शनिवार को पुलिस को खैरागढ़ मेन रोड पर एक युवक के शव मिलने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और एरिया को सील कर छानबीन में जुट गई। शव की शिनाख्त आमाघाट निवासी उत्तम वर्मा के रूप में हुई। प्राथमिक दृष्टया ये केस पुलिस को एक सड़क दुर्घटना लगा, क्योंकि बॉडी पर गाड़ी के टायरों के निशान थे। जब लाश का पोस्टमार्टम कराया तो पता चला कि, युवक की मौत तो गला घोंटने से हुई है। इसके बाद पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करने में जुट गई। पुलिस ने तफ्तीश करने के लिए पहले युवक के गृहग्राम आमघाट की तरफ अपना रुख किया।
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ममेरे भाई की हत्या का जुर्म किया स्वीकार
पुलिस द्वारा की गई जांच में सामने आया कि, मृतक युवक उत्तम के नाम पर जनवरी में चार पहिया वाहन और फरवरी में एक हार्वेस्टर वाहन खरीदा गया था। ये दोनों वाहन उत्तम के ममेरे भाई महाराष्ट्र के गोंदिया निवासी हेमंत ठेकवार के पास थे। इस पर पुलिस ने संदेह के आधार पर हेमंत की निगरानी शुरू की और उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में हेमंत ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि दोनों वाहनों का करीब 80 लाख रुपए का बीमा उत्तम के नाम से कराया था। इसके अलावा लोन सुरक्षा बीमा भी फाइनेंस कंपनी की तरफ से दिया गया था, जिसमें मेंशन था कि, लाभार्थी की मौत होने पर लोन माफ कर दिया जाएगा।
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ऐसे रची हत्या की साजिश
लोन माफ कराने और बीमा की रकम पाने की लालच में हेमंत ठेकवार ने मृतक उत्तम को एक कार दिलाने का झांसा दिया। आरोपी हेमंत के झांसे में उत्तम आ गया। इसके बाद आरोपी हेमंत ने 10 मई को उत्तम को पहले डोंगरगढ़ बुलाया। यहां आरोपी हेमंत अपने दो दोस्तों सुरेश मछिरके और प्रेमचंद लिल्हारे के साथ मृतक उत्तम का इंतजार कर रहा था। चारों ने पहले डोंगरगढ़ में जमकर शराब पी। इसके बाद उत्तम के मोबाइल को अतरिया में एक रिश्तेदार के घर में छोड़ दिया। वहां से तीनों आरोपी स्कार्पियो में उत्तम को लेकर गातापार के जंगल में पहुंचे। फिर कार को किनारे में रोककर उत्तम की गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद सड़क हादसे का रूप देने के लिए शव सड़क पर फेंककर उसे दो बार उसी कार से कुचल दिया।
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