पीएम आवास योजना में गड़बड़ी पड़ी भारी, छत्तीसगढ़ में दो सचिव सस्पेंड
छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना में लापरवाही बरतने के लिए दो ग्राम सचिवों को बस्तर कलेक्टर ने सस्पेंड कर दिया है। मनरेगा में भी हुई गड़बड़ियों का जवाब मांगा गया है।
छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव 2024 खत्म होने के बाद प्रशासन फिर से एक्शन में आ गया है। इसके चलते बस्तर जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना ( पीएम आवास योजना ) के कार्य में लापरवाही बरतना 2 सचिवों को भारी पड़ गया। जिले की ग्राम पंचायतों के 2 सचिवों को प्रशासन ने सस्पेंड कर दिया है। कलेक्टर के निर्देश पर अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बकावंड ब्लॉक के दशापाल और कोलावल ग्राम पंचायत के सचिवों पर यह कार्रवाई की है।
बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के बकावंड और बस्तर ब्लॉक के दौरे के समय सचिवों की लापरवाही का मामला सामने आया। कलेक्टर ने बकावंड जनपद के 93 पंचायतों और बस्तर जनपद के 88 पंचायतों के सचिवों की बैठक ली थी। कलेक्टर प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यों की प्रगति से संतुष्ट नहीं थे। ऐसे में उन्होंने लापरवाही के चलते दो सचिवों को निलंबित करने के निर्देश दिए।
मनरेगा में गड़बड़ी का मांगा जवाब
पीएम आवास योजना में सचिव सस्पेंड होने के अलावा मनरेगा के अंतर्गत हुए कामों का भी बस्तर कलेक्टर ने जायजा लिया। इसमें भी कुछ गड़बड़ियां देखने को मिली। मनरेगा के कार्य में लापरवाही बरतने वाले रोजगार सहायक, तकनीकी सहायक, ग्राम पंचायत सचिव को स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं।