/sootr/media/media_files/2025/10/03/cg-weather-update-imd-rain-alert-orange-yellow-warning-the-sootr-2025-10-03-09-05-01.jpg)
CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे से लगातार मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। सभी संभागों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है, वहीं रायपुर सहित कई जिलों में रातभर रुक-रुक कर बारिश होती रही। शुक्रवार सुबह से भी बूंदाबांदी का सिलसिला जारी है, जिससे मौसम सुहावना तो हुआ है लेकिन जनजीवन प्रभावित भी हुआ है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी दो दिनों तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश का दौर जारी रहेगा।
बारिश और तापमान के आंकड़े
पिछले 24 घंटे में छत्तीसगढ़ में बारिश और तापमान के आंकड़े दिलचस्प रहे। सबसे ज्यादा बारिश पखांजूर में 60 मिमी दर्ज की गई, जबकि तापमान की बात करें तो राजनांदगांव में अधिकतम 33.0 डिग्री सेल्सियस और पेंड्रारोड में न्यूनतम 19.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जिलेवार आंकड़ों में असमानता साफ दिखती है—जहां बेमेतरा में अब तक सिर्फ 524.5 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य से 50% कम है, वहीं बलरामपुर में 1520.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से 52% अधिक है।
अलर्ट जारी
- कोरिया, मुंगेली और बलौदाबाजार में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट।
- बालोद, दुर्ग, सरगुजा, बस्तर, धमतरी, रायगढ़ समेत 25 जिलों में यलो अलर्ट।
- गरज-चमक के साथ तेज हवाएं और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
बिजली गिरने से 6 की मौत
छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही बारिश के बीच आसमानी बिजली ने कहर बरपाया। अलग-अलग जिलों में बिजली गिरने से कुल छह लोगों की मौत हो गई, जिनमें गरियाबंद की दो महिलाएं और रायगढ़ के चार युवक शामिल हैं। सभी लोग तेज बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े थे या खेत से घर लौट रहे थे, तभी अचानक बिजली गिरने से यह दर्दनाक हादसा हो गया।
मानसून की वापसी में देरी
आमतौर पर छत्तीसगढ़ मानसून की वापसी 5 अक्टूबर के आसपास शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इसकी रवानगी में देरी होगी। विशेषज्ञों के अनुसार प्रदेश से मानसून करीब 15 अक्टूबर के बाद ही लौटेगा, यानी इस बार सामान्य समय से लगभग 10 दिन देर से वापसी होने की संभावना है।
खंड वर्षा क्यों होती है?
- स्थानीय बादल बनना – गर्मी से भाप ऊपर उठकर तेजी से बादल बनाती है।
- भू-आकृति – पहाड़, जंगल और नदियों के कारण नमी रुक जाती है।
- हवा की दिशा – नमी वाली हवा किसी खास इलाके में रुक जाती है।
- तापमान और नमी का अंतर – अचानक बदलाव से स्थानीय बारिश होती है।
छत्तीसगढ़ में बारिश और मौसम का हाल (पिछले 24 घंटे)
|
बिजली गिरने का विज्ञान
- बादलों में पानी और बर्फ के कण आपस में रगड़ खाते हैं और चार्ज बनाते हैं।
- पॉजिटिव-नेगेटिव चार्ज वाले बादल टकराते हैं तो बिजली उत्पन्न होती है।
- कभी-कभी यह बिजली धरती तक पहुंच जाती है और पेड़, पानी या धातु के खंभे इसे कंडक्टर बनाते हैं।
- इनके पास मौजूद लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में फिलहाल बारिश से मौसम सुहावना है, लेकिन लगातार बिजली गिरने की घटनाएं खतरा बढ़ा रही हैं। अलर्ट वाले जिलों के लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।