छत्तीसगढ़ में तीन दिन का राज्य स्तरीय आवास मेला; 22 जिलों में 2060 करोड़ के मकान खरीदने का मौका

छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल 23, 24 और 25 नवंबर को रायपुर के बीटीआई ग्राउंड में एक राज्य स्तरीय 'आवास मेला' आयोजित कर रहा है। हाउसिंग बोर्ड ने घोषणा की है कि 2,060 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की जाएगी, जो 22 जिलों में लागू होंगी।

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Harrison Masih
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Raipur.छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल (Housing Board) राज्य की आवासीय योजनाओं की पूरी जानकारी और बुकिंग एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए राज्य स्तरीय आवास मेला आयोजित कर रहा है। यह भव्य मेला 23, 24 और 25 नवंबर को राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित बीटीआई ग्राउंड में लगेगा, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय करेंगे।

आज (शुक्रवार) वित्त मंत्री ओपी चौधरी और हाउसिंग बोर्ड अध्यक्ष अनुराग सिंहदेव ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मेले और मंडल की नई परियोजनाओं की घोषणा की।

हाउसिंग बोर्ड का इतिहास में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट

हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष अनुराग सिंहदेव ने बताया कि छत्तीसगढ़ आवास मेला हाउसिंग बोर्ड के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी परियोजना के साथ आयोजित किया जा रहा है। मंडल 2,060 करोड़ रूपए की लागत से आवासीय परियोजनाएं शुरू कर रहा है, जो राज्य के 22 जिलों में एक साथ चलेंगी। यह हाउसिंग बोर्ड के इतिहास में पहली बार है जब इतनी बड़ी परियोजना एक साथ शुरू की जा रही है।

सिंहदेव ने बताया कि सरकार की संवेदनशीलता के कारण हाउसिंग बोर्ड को कर्जमुक्त किया गया है। जहां पिछले पांच सालों में मंडल ने केवल ₹250 करोड़ का बिजनेस किया था, वहीं वर्तमान सरकार के एक वर्ष में ₹600 करोड़ का बिजनेस किया गया है। इस बार मेला केवल जानकारी देने के लिए नहीं है, बल्कि ₹2000 करोड़ की वैकेंसी के लिए भी है। लोग मौके पर ही राशि जमा कर अपना मनपसंद मकान चुन और बुक कर सकेंगे।

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कर्जमुक्त हुआ हाउसिंग बोर्ड: वित्त मंत्री

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि सरकार ने हाउसिंग बोर्ड को 'मृतप्राय स्थिति' से बाहर निकाला है। चौधरी ने कहा कि सरकार ने हाउसिंग बोर्ड पर बकाया ₹700 करोड़ रूपए का लोन चुकाने का काम किया है। पारदर्शिता और मांग के अनुरूप काम करने के लिए नई पॉलिसी लागू की गई है। अब किसी भी परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया और निर्माण कार्य तभी शुरू किया जाएगा जब 30 फ़ीसदी बुकिंग होना अनिवार्य होगा। यानी जहां डिमांड होगी, वहीं काम होगा। उन्होंने बताया कि जनवरी 2025 में OTS-2 (One Time Settlement-2) योजना लॉन्च की गई थी, जिसे बाजार से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।

आवास मेला: एक छत के नीचे सब कुछ

तीन दिवसीय इस आवास मेले में आगंतुकों के लिए कई विशेष सुविधाएं होंगी:

लोन सुविधा: हाउसिंग लोन के लिए सभी प्रमुख बैंकों के स्टॉल मौजूद रहेंगे।

तकनीकी जानकारी: निर्माण सामग्री, नई आधुनिक तकनीक और हाउसिंग बोर्ड के ब्रांड पार्टनर्स के तकनीकी स्टॉल भी लगेंगे।

अन्य आकर्षण: मेले में प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना की जानकारी दी जाएगी, साथ ही वास्तु शास्त्र से जुड़े स्टॉल और गिफ्ट वाउचर एवं गिफ्ट हैम्पर भी रखे गए हैं।

साइट विजिट: लोग अपनी पसंद की आवासीय साइट पर विजिट का लाभ भी ले सकेंगे।

यह आवास मेला न केवल छत्तीसगढ़ में आवासीय योजनाओं को गति देगा, बल्कि आम लोगों को एक ही स्थान पर अपने सपनों का घर चुनने और उसके लिए वित्त जुटाने की सुविधा प्रदान करेगा।

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