आयुर्वेदिक दवाओं में मिलावट, हैवी डोज से हो सकती है किडनी फेल, 10 करोड़ की दवाएं जब्त

पिछले दो साल में खाद्य एवं औषधि विभाग ने आयुर्वेदिक दवाओं में एलोपैथ पेन किलर मिलाकर बेच रहे 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। विशेषज्ञों ने बताया कि 6 महीने तक इसके सेवन से किडनी भी फेल हो सकती है।

Advertisment
author-image
Deeksha Nandini Mehra
New Update
आयुर्वेदिक दवाओं में पेन किलर की मिलावट
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

Ayurvedic medicines adulterated in Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में आयुर्वेद की दवाओं में मिलावट के बाजार का खुलासा हुआ है। आयुर्वेद की जॉइंट पेन की दवाओं में एलोपैथ पेन किलर मिलाकर बाजार में बेचा जा रहा है। पिछले दो साल में खाद्य एवं औषधि विभाग ने प्रदेश में 11 लोगों को पकड़ा, जिसमें नौ कंपनियों के सैंपल में इस बात की पुष्टि भी हुई है। विभाग ने लगभग 10 करोड़ रुपए की दवा जब्त की। 

6 महीने लगातार खाने से हो सकती है किडनी फेल 

जब्त के बाद दवाओं को टेस्टिंग के लिए कलकत्ता की सेंट्रल ड्रग लाइब्रेरी भेजी गईं। वहां 11 में से नौ की रिपोर्ट में डाइक्लोफेनक सोडियम जैसी एलोपैथ पेन किलर की पुष्टि हुई।

टेस्टिंग करने वाले विशेषज्ञों ने बताया कि इन पेन किलर की इतनी हैवी डोज मिली है, जिससे 6 महीने लगातार खाने पर किडनी फेल हो सकती है। विधानसभा के बजट सत्र में भी आयुर्वेद दवाओं के मिलावट का मुद्दा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक कौशिक ने उठाया था।

ये खबर पढ़िए... CG Weather Update : रायपुर सहित 7 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट, बिजली गिरने से एक मौत

जानकारी के अनुसार दो साल में 9 मामले कोर्ट में चल रहे हैं। अभी तक किसी मामले में सजा नहीं सुनाई गई है। 12 नकली दवाएं भी पकड़ी गई। दो साल में 12 नकली दवाओं के प्रकरण भी दर्ज किए गए। इसमें 2021 में सेनिटाइजर के 6 मामले सामने आए थे। 

रायपुर समेत 3 जिलों से पूरे प्रदेश में फैल रहीं ये दवाएं

विभाग के अनुसार रायपुर, बलौदाबाजार और राजनांदगांव से यह रैकेट ऑपरेट हो रहा है। दो साल में इन्हीं जिलों में आयुर्वेद के अंदर एलोपैथिक दवाओं के मिलावटी प्रकरण पाए गए हैं। बलौदाबाजार में 5, रायपुर में 4 और नांदगांव में 2 प्रकरण दर्ज किए गए। पकड़ी गई दवाएं गठिया, ज्वाइंट पेन की थी। इसमें दावा किया गया था दवाओं से बीमारी ठीक होती है।

ये खबर पढ़िए... ब्रांडेड कंपनियों के मसाले छीन रहे मर्दानगी , कैंसर का भी खतरा , ऐसे पता लगाएं मसालों में मिलावट है या नहीं

मिलावट में ये पाए गए आरोपी 

बताया जा रहा है कि इन नकली दवाओं को आशीष गोयल और अशोक अग्रवाल मिलकर बनाते थे। इसके अलावा सर्जिफेस प्लस हैंड सेनिटाइजर को राकेश सोमानी, ताराचंद सोमानी बना रहे थे। वर्ष 2022 में फेवीमेक्स- 400 दवा भी नकली पकड़ी गई। इसमें ज्योति अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, आत्माराम अग्रवाल जैसे 14 आरोपी मिले थे।

 2023 में वायटीएम वाताहरी वटी की नकली दवाओं का बड़ा जखीरा पकड़ा गया था। इसके अलावा गाउटगोल्ड कैप्सूल भी नकली पकड़ी गई थी। इसमें ताराचंद चितलािग्ंया और यश उपाध्याय आरोपी पाए गए थे।

ये खबर पढ़िए... ICMR की रिपोर्ट : Real नहीं है जूस...विटामिन कम, शक्कर ज्यादा

thesootr links

 सबसे पहले और सबसे बेहतर खबरें पाने के लिए thesootr के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें। join करने के लिए इसी लाइन पर क्लिक करें

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

आयुर्वेदिक दवाओं में मिलावट | टेस्टिंग के बाद दवा जब्त | छत्तीसगढ़ में आयुर्वेदिक दवाओं में मिलावट | एलोपैथ पेन किलर की मिलावट |  Ayurvedic medicines adulterated

Ayurvedic medicines adulterated एलोपैथ पेन किलर की मिलावट छत्तीसगढ़ में आयुर्वेदिक दवाओं में मिलावट टेस्टिंग के बाद दवा जब्त आयुर्वेदिक दवाओं में मिलावट