छत्तीसगढ़ में उद्योगपति और उद्योगों के खिलाफ आम लोग, जन-प्रतिनिधियों की मुश्किलें बढ़ी

उद्योगपतियों की मनमानी के आगे जिलों के अधिकारी बेबस नजर आने लगे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि ग्रामीणों के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं, लेकिन जीतेगा आम आदमी या उद्योगपति यह एक बड़ा सवाल हैI पढ़िए 'the sootr' की रिपोर्ट...

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Jitendra Shrivastava
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RAIPUR. छत्तीसगढ़ में उद्योगों को लेकर सरकार की नरमी हमेशा से रही है। बल्कि, बड़े-बड़े आयोजनों के जरिए उद्योगपतियों को बुलाकर उद्योग लगाने की अपील की जाती रही है। दूसरी ओर राज्य के कुछ जिलों में उद्योगों और खनन के खिलाफ स्थानीय लोग लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं। सरगुजा में खनन के खिलाफ लड़ाई को ग्यारह साल हो गए। बलौदा बाजार में अनिमेष स्पंज प्लांट के खिलाफ सात सालों से लोग लामबंद हैंI ईधर परसा केते इष्ट बासन में सफल होने के बाद गौतम अडानी के हौसले बुलंद हैं और अब राज्य में बाकी उद्योगपति भी अडानी की तरह नियमों को जूते की नोक में रखकर काम करने लगे हैंI उद्योगपतियों की मनमानी के आगे जिलों के अधिकारी बेबस नजर आने लगे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि ग्रामीणों के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं, लेकिन जीतेगा आम आदमी या उद्योगपति यह एक बड़ा सवाल हैI 

बलौदा बाजार में स्पंज आयरन प्लांट का विरोध 

बलौदा बाजार जिला मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर अनिमेष स्पंज आयरन के खिलाफ लोग लगभग सात सालों से खिलाफत आंदोलन छेड़े हुए हैंI इस प्लांट के नजदीक नदी है और जंगल भीI स्थानीय ग्रामीणों क़ा मानना है कि  यदि प्लांट लग गया तो, नदी क़ा पानी प्रदूषित होगा और जंगल के जीव जंतुओं के जीवन में खतरा उत्पन्न होगा I प्रदूषण के चलते खेती करना दूभर होगा, यह भी ग्रामीणों की सोच हैI

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जनसुनवाई के बिना प्लांट का काम शुरू

ग्रामीणों की नाराजगी का आलम ये है कि प्लांट के विरोध में लोकसभा चुनाव 2024 का भी बहिष्कार किया गया थाI जिला प्रशासन के लोगों के हाथ पैर फुल गए थे, जब उन्हें चुनाव बहिष्कार की बात पता चली थीI ग्रामीण तब पुचकार लिए गये, चुनाव के रिजल्ट आ गये हैं, आचार संहिता खत्म हो गई हैI तब प्लांट का काम फिर से शुरू कर दिया गया हैI

प्लांट के खिलाफ धरना

ग्राम-खजुरी, ढाबाडीह, बोइरडीह, केसला, रामदइया, लच्छनपुर, देवरी पारागांव, मोहतरा के ग्रामीणों ने धरना दियाI धरने के पहले दिन ही बलौदा बाजार में डीएम और एसपी कार्यालय को फूंक दिया गयाI इस घटना की आड़ में धरना को जिला प्रशासन ने खत्म करवायाI 

जगदलपुर का नगरनार  संयन्त्र

नगरनार संयंत्र से स्थानीय लोगों को बड़ी उम्मीदें थीं, रोजगार को लेकर, लेकिन उत्पादन शुरू होने के बाद भी बेरोजगारी एक बड़ी समस्या हैI फिलहाल स्थानीय ट्रांसपोर्टर हड़ताल में हैं, और इस हड़ताल को समर्थन दिया है, बस्तर के सांसद महेश कश्यप  (बीजेपी) नेI

बिलासपुर में adani ACC सीमेंट प्लांट का विरोध

बलौदाबाजार की तरह, Adani ACC ने भी ग्राम गादाडीह लोहरसी (बिलासपुर) नियमों की परवाह किए बिना प्लांट का काम जारी रखा है।
 
स्थानीय लोगों की नाराजगी को लेकर  'the sootr' ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव से बात की तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की नाराजगी जायज है, सरकार बीच का रास्ता निकाल लेगीI

छत्तीसगढ़ अडानी उद्योगपतियों की मनमानी अनिमेष स्पंज आयरन