/sootr/media/media_files/2025/07/29/durg-nun-arrest-conversion-row-mps-reached-chhattisgarh-the-sootr-2025-07-29-15-01-12.jpg)
दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो ननों और एक युवक की गिरफ्तारी ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा दी है। इन पर मानव तस्करी और धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए दुर्ग GRP ने मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेजा है। अब इस मामले पर संसद तक पहुंचने वाली बहस शुरू हो गई है। केरल और अन्य राज्यों से आए कांग्रेस सांसदों ने दुर्ग पहुंचकर ननों से मुलाकात की और इसे अल्पसंख्यकों पर "सीधे हमले" का नाम दिया है।
सांसदों की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने किया दौरा
ननों से मिलने पहुंचे कांग्रेस सांसदों के दल में बेनी बहनन, फ्रांसिस जॉर्ज, एनके प्रेमचंदन, अनिल ए थॉमस, और छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रभारी सप्तगिरी उल्का व जरीता लैतफ़लांग शामिल थे। उन्होंने जेल में बंद ननों से मुलाकात की और इस पूरे प्रकरण को "धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार" पर हमला बताते हुए केंद्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए।
टीम के सदस्य और केरल के सांसद एनके प्रेमचंदन ने कहा कि, "ये महिलाएं केवल काम के लिए यात्रा कर रही थीं, लेकिन उन पर बजरंग दल ने धर्मांतरण और मानव तस्करी जैसे झूठे आरोप लगाकर मामला बना दिया। यह एक सोची-समझी साजिश है जो बीजेपी शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों को दबाने के लिए की जा रही है।"
Durg Two nuns arrested
'यह सिर्फ छत्तीसगढ़ की बात नहीं,पूरे देश की तस्वीर'
सांसद प्रेमचंदन ने आगे कहा कि, ओडिशा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर जैसे राज्यों में भी इसी तरह के हमले हो रहे हैं। इसीलिए कांग्रेस ने एक फैक्ट फाइंडिंग कमिटी बनाई है जो इन मामलों की तह तक जाएगी और संसद में आवाज उठाएगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस विषय को लोकसभा में कल उठाया जाएगा और गृह मंत्री अमित शाह और संभवतः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
सांसदों का आरोप- 'पुलिस गंभीर मामलों को नजरअंदाज कर रही'
कांग्रेस सांसदों ने आरोप लगाया कि प्रशासन और पुलिस छोटे मामलों में तुरंत FIR दर्ज कर रही है, लेकिन जब अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले होते हैं, तो कोई गंभीरता नहीं दिखाई जाती। सांसदों ने बताया कि एक महीने पहले दो प्रीस्ट पर हमला हुआ, जो अब भी अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन FIR तक दर्ज नहीं की गई।
INDIA alliance MPs reached chhattisgarh
घटना का विवरण
25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दो ननों और एक युवक को उस समय रोक लिया, जब वे नारायणपुर की तीन युवतियों को लेकर ट्रेन से आगरा जा रहे थे। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि ये लोग लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराने के उद्देश्य से ले जा रहे थे। नारेबाजी के बाद तीनों को दुर्ग GRP के हवाले किया गया।
GRP थाना भिलाई-3 के अंतर्गत मामले की जांच के बाद, धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 4 के तहत केस दर्ज किया गया और तीनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
Durg Two nuns arrested Nuns arrested Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में ननों की गिरफ्तारी का मामला क्या है?
|
दुर्ग में दो नन गिरफ्तार छत्तीसगढ़ में ननों की गिरफ्तारी
मुख्यमंत्री और बिशप से भी करेंगे मुलाकात
ननों से मुलाकात के बाद, सांसदों की टीम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, गृह मंत्री विजय शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात करेगी। इसके साथ ही स्थानीय बिशप और ईसाई संगठनों से भी संवाद किया जाएगा।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧