/sootr/media/media_files/2025/07/26/railway-police-human-trafficking-job-lure-agra-the-sootr-2025-07-26-08-40-53.jpg)
दुर्ग की रेलवे पुलिस ने नौकरी का झांसा देकर आगरा ले जाने के मामले में एक युवक और दो नन को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ मानव तस्करी और धर्मांतरण की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 8 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पढ़ें: धर्मांतरण को लेकर बड़ा बवाल... चर्च में प्रार्थना सभा के दौरान बजरंग दल ने किया हंगामा
मुखबिर से मिली सूचना
मुखबिर की सूचना पर जीआरपी पुलिस ने तीनों युवतियों से पूछताछ की। जिसमें उन्होंने बताया कि वो दो युवतियां ओरछा और एक एक कुकड़ाझोर की है। तीनों नारायणपुर निवासी युवक सुखमन मंडावी और आगरा से आई नन प्रीती मैरी और वंदना फ्रांसिस के साथ थीं।
अच्छे वेतन का दिया लालच
पूछताछ में युवतियों ने पुलिस को जानकारी दी कि युवक ने उन्हें 8 हजार रुपए वेतन दिलाने के साथ कई तरह की सुविधाएं देने का वादा किया। पहले छत्तीसगढ़ में ही नौकरी दिलाने की बात कही गई थी, लेकिन दुर्ग आने के बाद उन्हें आगरा जाने के लिए कहा गया। ये दोनों नन उन्हें साथ लेकर जाने वाली थीं। वहीं दूसरी ओर मामले की जानकारी मिलने पर बजरंग दल के कार्यकर्ता भी स्टेशन पहुंच गए। उन्होंने जीआरपी थाने के सामने जमकर प्रदर्शन किया।
पढ़ें: छत्तीसगढ़ में 38 लाख राशनकार्डधारी जांच के घेरे में,घर-घर पहुंचकर होगी पड़ताल
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
तीनों आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी और धर्मांतरण का मामला दर्ज करने की मांग की। इसी बीच बेप्टिस्ट चर्च के प्रेसिडेंट और यूनाइडेट किसन काउंसिलिंग के डायरेक्टर ऑफ बोर्ड के सदस्य एम. जोनाथन जॉन भी अपने साथियों के साथ पहुंचे। उन्होंने पुलिस पर नन के खिलाफ धर्मांतरण का मामला दर्ज नहीं करने की मांग की।
पढ़ें: CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी, कई जिलों में अलर्ट जारी
कमजोर हैं आर्थिक हालातजानकारी के मुताबिक बरामद की गई युवतियों के आर्थिक हालात ठीक नहीं हैं। इसी का फायदा उठाते हुए सुखमन नाम के युवक ने उन्हें झांसे में ले लिया। इन युवतियों को इस बात का झांसा दिया गया कि, उन्हें हर महीने वेतन के तौर पर आठ से 10 हजार रुपए दिए जाएंगे। |
नौकरी का दिया था झांसाबजरंग दल दुर्ग इकाई के समन्वयक सौरभ देवांगन ने बताया कि स्टेशन में हमारे कार्यकर्ता घूम रहे थे। उनसे जानकारी मिली कि तीन युवतियों को एक युवक और दो नन कहीं लेकर जाने की तैयारी में हैं। तीनों युवतियां काफी डरी सहमी सी दिख रही हैं। इसकी जानकारी मिलने पर जीआरपी से संपर्क किया गया और स्टेशन पहुंचे। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। |
पढ़ें: ऑनलाइन सट्टा मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की याचिकाएं ट्रांसफर
कोर्ट में लड़ेंगे लड़ाई: जॉन
बेपटिस्ट चर्च के प्रेसिडेंट और यूनाइडेट काउंसिल के डायरेक्टर ऑफ बोर्ड के सदस्य एम जोनाथन जॉन ने कहा कि हमारी बहनों पर हमारा विश्वास है। वह जबरदस्ती ऐसा नहीं कर सकतीं। पुलिस ने बजरंग दल के दबाव में धर्मांतरण और मानव तस्करी का प्रकरण बनाया है। हम इसके विरोध में न्यायालयीन लड़ाई लड़ेंगे।
human trafficking case, human trafficking gang, human trafficking gang caught, religious conversion, Chhattisgarh religious conversion, छत्तीसगढ़ मानव तस्करी, छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण, छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला, फर्जीवाड़ा ,Conversion, fraud, arrested