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Durg Woman Murder:छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में 20 सितंबर 2025 को एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया। ग्राम टेमरी में अज्ञात महिला का शव पत्थरों से कुचले हुए हालात में मिला। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह हत्या ठगी करने वाले गिरोह से जुड़ी थी। मृतका गंगोत्री जांगड़े (40 वर्ष) उन युवकों के संपर्क में थी, जिन्होंने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए लिए थे। जब नौकरी नहीं मिली और महिला ने दबाव बनाया, तो उसे मार डालने की साजिश रची गई।
घटना की शुरुआत
19 सितंबर की रात, गंगोत्री जांगड़े ने अपने मकान मालिक को बताया कि वह ढाबे में खाना खाने जा रही हैं, लेकिन इसके बाद वह लापता हो गईं। अगले दिन उनका शव ग्राम टेमरी में पत्थरों से कुचले हुए हालात में पाया गया, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू की।
हत्या की साजिश
मुख्य आरोपी ने निर्भय जांगड़े (19 वर्ष) को 1 लाख रुपए की सुपारी दी। हेमलता बंजारे (38 वर्ष) और अन्य साथियों के साथ वीडियो कॉल पर हत्या की योजना बनाई गई। 19 सितंबर की रात, आरोपी ढाबे में खाना खाने का बहाना देकर गंगोत्री को बाइक पर ले गए। बेल्ट और चुनरी से गला घोंटकर हत्या की गई और पहचान छुपाने के लिए चेहरा पत्थरों से कुचल दिया गया।
वारदात के बाद की हरकतें
आरोपियों ने मृतका के जेवर उतारे, लेकिन आर्टिफिशियल होने पर उसे पर्स सहित फेंक दिया। मोबाइल फोन निर्भय ने अपने पास रखा। हत्या के बाद आरोपी पास के ढाबे में खाना खाने गए।
पुलिस ने की गिरफ्तारी
पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
- निर्भय जांगड़े (19 साल, जालबांधा, खैरागढ़)
- जयदीप साहू (19 साल, कातुलबोर्ड, दुर्ग)
- मनीष बंजारे (19 साल, आशा नगर, दुर्ग)
- पवन कुमार सिंह (18 साल, कातुलबोर्ड, भिलाई)
- हेमलता बंजारे (38 साल, कातुलबोर्ड, भिलाई)
मुख्य आरोपी अभी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
गंगोत्री हत्याकांड क्या है? ऐसे समझें मामला
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हत्या का कारण और ठगी का नेटवर्क
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह पूरा मामला सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह से जुड़ा है। आरोपी नगर निगम, जल संसाधन विभाग और स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों रुपए वसूलते थे। गंगोत्री जांगड़े ने पैसे लौटाने और नौकरी दिलवाने का दबाव बनाया, जिससे गिरोह ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची।
यह घटना दुर्ग जिले में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी और उससे जुड़े अपराधों की गंभीरता को उजागर करती है। पुलिस की टीम अब भी मुख्य आरोपी की तलाश में लगातार दबिश दे रही है और जांच जारी है।