छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला तेजी से बढ़ रहा है। वहीं अब बिलासपुर में हिंदू धर्म के आस्था की नगरी में चर्च का निर्माण करने का नया विवाद सामने आया है। जिले की धार्मिक नगरी रतनपुर में एक चर्च के उद्घाटन को लेकर सोमवार को विवाद खड़ा हो गया। रतनपुर के बंगलाभाठा गाँव में बनाए गए चर्च के उद्घाटन का हिंदूवादी संगठनों ने विरोध जताया। विरोध को देखते हुए आयोजकों ने उद्घाटन समारोह को रद्द कर दिया है।
इस कार्यक्रम में डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़ की बिशप सुषमा कुमार और कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के शामिल होने की योजना थी। प्रार्थना सभा घर के इस उद्घाटन को "आदिवासी समुदाय प्रार्थना घर" का नाम दिया गया था, लेकिन स्थानीय हिंदू संगठनों का मानना है कि यह धार्मिक नगरी की मान्यता के विपरीत है।
Digital Arrest Alert | CG में महिलाएं - बुजुर्ग Cyber Criminals के सॉफ्ट टारगेट
आयोजन रद्द, हनुमान चालीसा के पाठ पर अड़े कार्यकर्ता
विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंदूवादी संगठनों के नेता और कार्यकर्ता मौके पर एकत्र हुए और हनुमान चालीसा का पाठ करने की मांग की। स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है, और पुलिस अधिकारी दोनों पक्षों के साथ संवाद कर स्थिति को संभालने का प्रयास कर रहे हैं।
90 रुपए के नमक से बन रही 1300 की खाद, धान के कटोरे में नई आफत
हिंदू आस्था की नगरी है रतनपुर
माँ महामाया मंदिर के अलावा रतनपुर में कुछ और भी प्राचीन मंदिर हैं, जैसे:
भैरव बाबा का मंदिर - यह मंदिर महामाया देवी मंदिर के पास ही स्थित है और यहाँ भैरव बाबा की पूजा की जाती है।
सिद्धेश्वर महादेव मंदिर - यह शिव मंदिर पहाड़ों पर स्थित है और इसे धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है।
खटला पारा का श्री राम मंदिर - इस मंदिर में भगवान राम की पूजा होती है और यह रतनपुर का एक और प्राचीन धार्मिक स्थल है।
रतनपुर को छत्तीसगढ़ के धार्मिक और ऐतिहासिक केंद्रों में से एक माना जाता है, जहाँ भक्त माँ महामाया के दर्शन के लिए आते हैं और साथ ही यहाँ के अन्य मंदिरों में भी दर्शन करते हैं।
रायपुर की 3 बड़ी दुकानों में लगी भीषण आग, ज्वेलरी शॉप जलकर खाक
दिवाली में हुआ बड़ा धमाका, पटाखे से 10 सिलेंडर हुए ब्लास्ट... मचा हड़कंप