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छत्तीसगढ़ राज्य पात्रता परीक्षा (CG SET) 2024 के परिणाम में हो रही देरी ने उम्मीदवारों में असमंजस और असंतोष को जन्म दिया है। प्रशासनिक सुस्ती और प्रक्रियात्मक कमियों के कारण परिणाम 10 महीने बाद भी जारी नहीं हो सका है, जिसका असर उम्मीदवारों के करियर और आर्थिक स्थिति पर पड़ रहा है।
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प्रशासनिक देरी के कारण
छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (CG Vyapam) द्वारा परिणाम तैयार करने में कई समस्याएं सामने आई हैं। मॉडल उत्तर कुंजी जारी करने, आपत्तियों को संभालने और परिणाम प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में देरी हो रही है। हाल ही में, CG Vyapam ने दिव्यांग उम्मीदवारों से उनकी दिव्यांगता के प्रकार की जानकारी मांगी, जो आवेदन प्रक्रिया के दौरान नहीं ली गई थी। इस अतिरिक्त प्रक्रिया ने परिणाम को और विलंबित कर दिया। विशेष रूप से, पेपर I की मॉडल उत्तर कुंजी अभी तक जारी नहीं हुई है, और पेपर II की कुंजी के लिए आपत्ति प्रक्रिया में भी देरी हुई है। डिजिटल और स्वचालित प्रणालियों के अभाव में मैनुअल प्रक्रियाओं पर निर्भरता ने त्रुटियों की संभावना को बढ़ाया है और समयसीमा को प्रभावित किया है।
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उम्मीदवारों पर प्रभाव
परिणाम में देरी के कारण असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की प्रक्रिया रुकी हुई है, जिससे उम्मीदवारों में तनाव, निराशा और अनिश्चितता बढ़ रही है। SET योग्यता कई शैक्षणिक संस्थानों में अनिवार्य होने के कारण, उम्मीदवार अन्य नौकरी या शैक्षणिक अवसरों का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इस देरी ने उम्मीदवारों के समय और धन के निवेश को भी प्रभावित किया है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। युवाओं में बढ़ता असंतोष सामाजिक तनाव को भी बढ़ा रहा है।
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CG Vyapam की कार्यक्षमता पर सवाल
UGC-NET जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं इस अवधि में कई बार आयोजित हो चुकी हैं, जबकि CG SET का परिणाम अभी तक लंबित है। पहले के संस्करणों में CG SET के परिणाम 3-4 महीने में जारी हो जाते थे, लेकिन इस बार प्रक्रिया असामान्य रूप से धीमी रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल प्रणालियों का अभाव और मैनुअल प्रक्रियाओं पर अत्यधिक निर्भरता इस देरी का प्रमुख कारण है।
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शैक्षणिक गुणवत्ता और कानूनी चुनौतियां
परिणाम में देरी के कारण कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती प्रक्रिया भी रुकी हुई है, जिससे शैक्षणिक गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। कई उम्मीदवार इस स्थिति से तंग आकर कानूनी कार्रवाई की बात कर रहे हैं, जिसमें हाई कोर्ट में याचिका दायर करने की संभावना शामिल है। कानूनी रूप से, परीक्षा आयोजक की जिम्मेदारी है कि वह समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से परिणाम जारी करे, जिसमें CG Vyapam विफल रहा है।
उम्मीदवारों की मांग
उम्मीदवारों ने CG Vyapam से परिणाम की तारीख और प्रक्रिया के बारे में स्पष्ट अपडेट देने की मांग की है। वे चाहते हैं कि प्रक्रिया को तेज किया जाए और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। इस देरी ने न केवल उम्मीदवारों के भविष्य को अनिश्चित किया है, बल्कि राज्य की शैक्षणिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं। CG Vyapam की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन उम्मीदवारों का दबाव बढ़ने के साथ इस मुद्दे पर जल्द कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।
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