Jogi family's party JCCJ merged with INC Congress : पूर्व सीएम रहे दिवंगत नेता अजीत जोगी की बनाई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ( जोगी ) के कांग्रेस में विलय को लेकर बड़ा अपडेट सामने आ रहा है। पार्टी की सुप्रीमो रेणु जोगी ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर कांग्रेस में शामिल होने और जेसीसीजे के विलय की इच्छा जताई है। हालांकि, पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव इस पहल के पक्ष में नहीं हैं।
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राजनीति में 1 प्लस 1 नहीं होता, माइनस भी हो जाता है
टीएस सिंहदेव ने कहा कि वापसी एक अलग बात है। उन्हें स्थान क्या दिया जाए यह अलग बात है। सोच समझकर वापसी होनी चाहिए। जिस क्षेत्र के वे हैं, वहां के नेताओं की सहमति होनी चाहिए। सहमति नहीं है, तो राजनीति में वन प्लस वन नहीं होता। माइनस भी हो जाता है। यदि उन्हें जोड़ा जाता है, तो जो पुराने काम कर रहे हैं, उनके आगे न रखा जाए।
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जेसीसी बनने से कांग्रेस सत्ता में आई
सिंहदेव ने कहा कि, जेसीसी बनने से कांग्रेस सत्ता में आई। मेरा यह मानना है कि जोगी और उनके साथियों का एक अंदरूनी तालमेल रमन सिंह से था कि हम या तो आप। यह मेरा राजनीति विश्लेषण है। अजीत जोगी जेसीसी के गठन के बाद भी कांग्रेस में वापस आना चाहते थे।
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राहुल गांधी से बात हुई तो मैंने कहा था कि बिना उनके एक चुनाव देख लेते हैं। मेरा मानना था कि उनके फिर से आने में तालमेल नहीं बैठ पाएगा। फिर खींचतान होगी।
सिंहदेव ने कहा कि आंकड़े स्पष्ट दिखाएंगे कि जितने वोट जोगी जी ले गए, उतने वोट बीजेपी के कम हुए। मेरा यह मानना है कि जोगी कांग्रेस का बनना कांग्रेस के लिए लाभदायक हुआ।
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इसलिए चल रही विलय की चर्चा
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कांग्रेस में वापसी के लिए मिल रहे आवेदनों की समीक्षा के लिए कमेटी बनाई है। यह भी चर्चा है कि जेसीसी का विलय कांग्रेस में करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जेसीसी के प्रमुख नेता अमित जोगी और रेणु जोगी ने कांग्रेस के प्रमुख नेताओं से मुलाकात भी की है।
अंतागढ़ उपचुनाव के बाद छोड़ी कांग्रेस
साल 2014 में हुए बस्तर के अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को चुनाव मैदान से हटाने के लिए कथित सौदेबाजी का एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था। इसमें अजीत और अमित जोगी के शामिल होने के आरोप लगे थे।
इसके बाद साल 2016 में कांग्रेस ने अमित जोगी को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया, जबकि अजीत जोगी को नोटिस दिया गया था। इसके बाद अजीत और अमित जोगी ने नई पार्टी बनाने की कवायद शुरू कर दी।