journalist mukesh chandrakar murder plan : एक जनवरी 2025 को ही हत्यारों ने बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर (28) का मर्डर कर दिया था। उन्होंने पहले पत्रकार को खाना खिलाया। इसके बाद उसे जमकर पीटा। जब मुकेश अधमरा हो गया, तो उसका गला घोंट दिया। इसके बाद धारदार हथियार से सिर पर मारा।
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बचपन के दोस्त थे, कपड़े तक शेयर करते थे
मीडिया रिपोट्स के अनुसार 29-30 दिसंबर को मुकेश की हत्या का प्लान बना लिया गया था। दिनेश, रितेश और सुरेश चंद्राकर तीनों मुकेश के चचेरे भाई हैं। इनमें रितेश ही मुकेश का सबसे करीबी दोस्त था। इन्होंने साथ में पढ़ाई की है। इनके बीच रिश्ता इतना गहरा था कि ये दोनों कपड़े तक शेयर करते थे।
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नई साल पर डिनर के लिए बुलाया
मुकेश को इन लोगों ने 31 दिसंबर की रात खाने पर बुलाया, लेकिन वह नहीं पहुंच सका। इसके बाद इन लोगों ने उसे बार-बार फोन कर 1 जनवरी की शाम सुरेश के बैडमिंटन कोर्ट परिसर में बुलाया। किसी को शक न हो इसलिए सुरेश और दिनेश दोनों भाई उस दिन जगदलपुर चले गए थे।
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इन लोगों ने मुकेश को खाना खिलाया। इसी बीच मौका पाकर रितेश ने सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश की पहले पिटाई की, फिर सिर पर लोहे के किसी धार हथियार से वार किया, जिससे मुकेश के माथे पर गहरा घाव हो गया। वारदात के बाद दोनों आरोपियों ने शव को छिपाने के लिए सेप्टिक टैंक में डाल दिया।
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खबर बनाने से नाराज हो गया सुरेश
हत्या होने के सप्ताहभर पहले मुकेश ने अपने रायपुर के एक साथी के साथ सड़क के भ्रष्टाचार की खबर बनाई। सुरेश उसी सड़क का ठेकेदार है। वह खबर चलते ही खफा हो गया था। सड़क की लागत 120 करोड़ रुपए थी।
खबर पब्लिश होने के बाद सरकार ने सड़क निर्माण में लापरवाही को लेक जांच कमेटी बना दी। इससे सुरेश को गड़बड़ी का खुलासा और भारी भरकम मुकसान का डर था।