Naxal encounter: कांकेर में 8 लाख का इनामी नक्सली मासा ढेर,सर्चिंग ऑपरेशन जारी
कांकेर के घने जंगलों में सुरक्षा बलों ने मंगलवार को एक बड़े नक्सली को ढेर कर दिया। 8 लाख का इनामी जो पीएलजीए की मिलिट्री कंपनी नंबर-05 का सदस्य था,अब पुलिस के निशाने पर आकर खत्म हो चुका है।
CG kanker Naxal encounter:छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मंगलवार को बड़ी मुठभेड़ हुई। इस एनकाउंटर में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की संयुक्त टीम ने 8 लाख रूपए के इनामी नक्सली मासा (Naxali Masa) को मार गिराया। मासा पीएलजीए (PLGA) की मिलिट्री कंपनी नंबर-05 का सक्रिय सदस्य था। मुठभेड़ के बाद जवानों ने मौके से मासा का शव, एक .303 राइफल और वॉकी-टॉकी सेट बरामद किया।
कांकेर जिले के परतापुर थाना क्षेत्र के आलनार के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी पुलिस को मिली थी। जानकारी के आधार पर DRG और BSF की संयुक्त टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान नक्सलियों से मुठभेड़ हुई, जिसमें मासा को ढेर कर दिया गया। एसपी आईके एलिसेला ने बताया कि जवानों की सूझबूझ से यह सफलता मिली।
इस इलाके में बड़ी कोटरी नदी और कई नालों के कारण बारिश के महीनों में पुलिस का ऑपरेशन प्रभावित रहा। जुलाई-अगस्त में उफान पर रहे नदी-नालों की वजह से पुलिस टीम इस क्षेत्र में सक्रिय अभियान नहीं चला पा रही थी। अब पानी का स्तर कम होने पर ऑपरेशन को तेज कर दिया गया है।
इलाके में नक्सलियों का खौफ
परतापुर के इसी इलाके में 15 अगस्त को तिरंगा फहराने पर नक्सलियों ने स्थानीय युवक मनेश नुरूटी की हत्या कर दी थी। पानी का स्तर ज्यादा होने से पुलिस तुरंत कार्रवाई नहीं कर सकी। अब अभियान तेज कर इस क्षेत्र में नक्सलियों के ठिकानों को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
8 लाख के इनामी नक्सली का खात्मा – कांकेर जिले के आलनार जंगलों में DRG और BSF की संयुक्त टीम ने मंगलवार को मुठभेड़ में पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-05 के सक्रिय सदस्य मासा को मार गिराया। मासा पर 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
हथियार और वॉकी-टॉकी बरामद – एनकाउंटर के बाद सुरक्षा बलों ने मौके से एक .303 राइफल और वॉकी-टॉकी सेट जब्त किया। इससे यह साफ है कि मासा नक्सलियों के लिए बड़ी जिम्मेदारी निभा रहा था।
बारिश से अभियान पर पड़ा असर, अब तेज कार्रवाई – जुलाई और अगस्त में नदी-नालों के उफान की वजह से पुलिस का अभियान धीमा हो गया था। अब जलस्तर कम होते ही पुलिस ने फिर से ऑपरेशन को तेज कर दिया है।
15 अगस्त हत्या कांड वाला इलाका – इसी क्षेत्र में नक्सलियों ने तिरंगा फहराने पर युवक मनेश नुरूटी की हत्या कर दी थी। तब बारिश और उफान की वजह से पुलिस तुरंत वहां पहुंच नहीं पाई थी।
पुलिस की शांति और पुनर्वास की अपील – बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने कहा कि माओवादी आंदोलन अब कमजोर हो चुका है। नक्सलियों को हिंसा छोड़कर सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ उठाते हुए मुख्यधारा से जुड़ जाना चाहिए।
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने नक्सलियों से हिंसा छोड़ने और सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि माओवादी आंदोलन अब समाप्ति की ओर है और नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने का यह सबसे सही समय है।
FAQ
कांकेर में हुए नक्सल एनकाउंटर में किस नक्सली को मारा गया?
कांकेर जिले के आलनार जंगलों में हुए मुठभेड़ में पीएलजीए मिलिट्री कंपनी नंबर-05 के सक्रिय सदस्य मासा को जवानों ने मार गिराया। मासा पर 8 लाख रुपये का इनाम था।
कांकेर में ऑपरेशन क्यों हुआ तेज?
जुलाई-अगस्त में बारिश और नदी-नालों के उफान के कारण अभियान धीमा हो गया था। पानी का स्तर कम होने के बाद पुलिस ने नक्सल प्रभावित इलाकों में अभियान तेज कर दिया है।
कांकेर एनकाउंटर में क्या-क्या सफलता मिली?
जुलाई-अगस्त में बारिश और नदी-नालों के उफान के कारण अभियान धीमा हो गया था। पानी का स्तर कम होने के बाद पुलिस ने नक्सल प्रभावित इलाकों में अभियान तेज कर दिया है।