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Chhattisgarh liquor scam congress leader kawasi lakhma : छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में छापे के बाद आबकारी मंत्री रहे कांग्रेस विधायक कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे। इनके दो दो करीबियों से भी सोमवार यानी 30 दिसंबर को पूछताछ होनी थी। इनमें से कोई भी देर शाम तक ईडी ऑफिस बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचा।
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घर पर मोबाइल छोड़कर ओझा गायब
रायपुर के धरमपुरा स्थित कांग्रेस विधायक कवासी लखमा का बंगला सूना पड़ा था। बताया जा रहा है कि वे सुबह ही सुकमा निकल गए थे। वह बस्तर में आरक्षण को लेकर हुए बंद के कार्यक्रमों में कुछ देर के लिए शामिल हुए थे। जानकारी के अनुसार 2 जनवरी तक उन्हें ED दफ्तर में पेश होने कहा गया है। वहीं, लखमा के करीबी सुशील ओझा की फिलहाल कोई खबर नहीं है। बताया जा रहा है कि ईडी के छापे के दो दिन पहले ही ओझा घर पर अपने दोनों मोबाइल फोन छोड़कर गायब हो गए हैं। ओझा के यहां भी ईडी ने छापा मारा था। उल्लेखनीय है कि लखमा के मंत्री रहते ओझा अधिकतर उनके बंगले पर दिखाई देते थे।
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लखमा परिवार ने नहीं खरीदी नई प्रॉपर्टी
ईडी के छापे के बाद मीडिया से चर्चा में कवासी लखमा ने दावा किया था कि उन्होंने ईडी को संपत्ति को लेकर पूरी डिटेल दे दी है। मीडिया रिपोर्ट्स में भी दावा किया जा रहा है कि उनके परिवार ने सुकमा जिले में कोई नई संपत्ति नहीं खरीदी है। यही नहीं सुकमा में उनके बेटे का मकान बन रहा है। यह मकान पिछले पांच साल से निर्माणाधीन है। पांच साल बाद भी यह मकान अधूरा ही पड़ा है।
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करीबी हो गए अंडरग्राउंड
ईडी की ओर से छापेमार कार्रवाई के बाद उनके करीबी बताया जा रहा है कि अंडरग्राउंड हो गए हैं। यही नहीं उनसे संबंध रखने वाले लोगों में डर का माहौल बताया जा रहा है। इनमें खासतौर पर जगदलपुर और नारायणपुर से आने वाले उनके करीबी हैं।
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अब तक की सबसे हाईप्रोफाइल कार्रवाई
ईडी की ओर से शराब घोटाले में कवासी लखमा के यहां छापेमारी की कार्रवाई अब तक की सबसे हाईप्रोफाइल कार्रवाई है। इस मामले में ईडी की ओर से नौकरशाह अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी सहित सिंडिकेट अनवर ढेबर व अन्य को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस बार इस मामले में ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री लखमा के यहां छापा मार कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि ईडी को केस से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं।
ईडी ने शनिवार को कांग्रेस विधायक कवासी लखमा के रायपुर स्थित बंगले तथा उनके बेटे हरीश कवासी के सुकमा स्थित बंगले पर छापामार कार्रवाई की थी। हरीश 10 साल से जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। इसके अलावा नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, ठेकेदार अभिषेक भदौरिया सहित रायपुर में कांग्रेस नेताओं के यहां छापामार कार्रवाई की गई थी।
सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करनी होगी
उल्लेखनीय है कि शराब घोटाले में ईडी की ओर से दायर की गई पहली चार्जशीट में कांग्रेस विधायक कवासी लखमा का नाम नहीं है। चूंकि, अब ईडी ने कांग्रेस विधायक को टारगेट पर ले ही लिया है, तो ED को गिरफ्तारी के लिए सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करनी होगी।