छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के वीआईपी रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में हुए हमले के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला उर्फ निक्की पर जानलेवा हमले के आरोपी और शहर के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर रोहित तोमर की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। इस सिलसिले में क्राइम ब्रांच की 25 सदस्यीय टीम ने रोहित तोमर के घर दबिश देकर तलाशी अभियान चलाया, जिसमें बड़ी मात्रा में नकद रकम, हथियार और कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
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15 घंटे की छापेमारी में ये बरामद हुआ
तेलीबांधा थाना क्षेत्र में दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस टीम ने कोर्ट से सर्च वॉरंट लेकर शनिवार को कार्रवाई की। 15 घंटे तक चली तलाशी में पुलिस ने रोहित तोमर के घर से डिजिटल साक्ष्य, सोना, लाखों रुपए नकद, एक पिस्टल, कारतूस और जमीन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए। इसके अलावा मौके से एक थार गाड़ी और एक बीएमडब्ल्यू कार भी जब्त की गई है।
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पीड़ित ने लगाए गंभीर आरोप
पीड़ित दशमीत चावला ने बताया कि वह 31 मई की रात अपने दोस्त हरीश बेलानी के साथ वीआईपी रोड स्थित LOD रेस्टोरेंट में खाना खाने गया था। रात लगभग 12:15 बजे बाहर निकलते समय रोहित तोमर ने उसे गालियां देना शुरू कर दीं। विरोध करने पर मारपीट शुरू हो गई। पीड़ित के अनुसार, रोहित ने पास पड़े डंडे से उस पर हमला करने की कोशिश की, जिसे रेस्टोरेंट के बाउंसरों ने रोक लिया। इसके बावजूद रोहित के साथ मौजूद प्राइवेट बाउंसरों ने दशमीत को पकड़ लिया और फिर से मारपीट की, जिससे उसे चेहरे और कंधे पर गंभीर चोटें आई हैं।
धमकी और गालियों की शिकायत
हमले के बाद जब दशमीत ने अपने भाई दलजीत चावला को घटना की जानकारी दी, तो रोहित तोमर ने उन्हें भी फोन पर अश्लील गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में तेलीबांधा थाने में जानलेवा हमला, धमकी, गाली-गलौज जैसी गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
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पुलिस ने परिवार से की पूछताछ
हालांकि पुलिस ने रोहित और उसके भाई वीरेंद्र तोमर की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं, लेकिन दोनों अब भी फरार हैं। पुलिस ने मामले में जानकारी के लिए उनके परिजनों को थाने बुलाकर पूछताछ की है।
राजधानी में इस तरह खुलेआम हिंसा की घटना से पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी कब तक होती है और पुलिस इस मामले में आगे क्या कदम उठाती है।
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