छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टा महादेव ऐप के प्रमोटर्स की ओर से जारी की गई एक नोटिस वायरल हो रहा है। इस नोटिस में साफतौर कहा गया है कि अब एक भी स्टॉफ छत्तीसगढ़ का नहीं होगा।
नोटिस में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि स्टॉफ ब्रांच में अगर कोई भी शख्स छत्तीसगढ़ का दिखाई दिया तो उसी वक्त ब्रांच बंद कर दिया जाएगा। खबर है कि नोटिस का यह फरमान हैदराबाद वायरल नोटिस में हुआ है।
छत्तीसगढ़ का स्टॉफ स्वीकार्य नहीं
आरोपी सौरभ चंद्राकर की इम्पैनलमेंट नोटिस में लिखा है स्टॉफ चेंज करने के बाद और न्यू आईडी प्रुफ के साथ ब्रांच ऑनर को हेड ऑफिस में अपडेट करना पड़ेगा।
उसने यह भी लिखा है कि बाद में कभी भी हेड ऑफिस से वेरिफिकेशन के लिए वीडियो कॉल आएगा। ब्रांच लोकेशन पर उसके लड़के कभी भी जांच कर सकते हैं।
UAE में मौज काट रहा महादेव ऐप का प्रमोटर
महादेव ऐप का प्रमोटर्स आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल यूएई (UAE ) में एन्जॉय रहे है। इन आरोपियों के खिलाफ दुर्ग जिले में अपराध दर्ज है, लेकिन जिले की पुलिस तो दूर भारतीय एजेंसियां अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई।
जांच कर रही एजेंसियों का दावा है कि आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को नजर बंद किया गया है। प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर भारत लाया जाएगा।
ऐप मामले में अबतक 8 आरोपी जेल में
महादेव ऐप के जरिए मनीलॉड्रिग की जा रही है। इस मामले में आरोपी चंद्राभूषण वर्मा, सतीष चंद्राकर, भीम सिंह यादव, अर्जुन सिंह यादव, ग्रिस कलरेजा, सूरज चोखानी, आसीम दास और नितिश दीवान जेल में है।
आरोपियों ने चार देशों की ले ली है नागरिकता
महादेव ऐप के प्रमोटर्स आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल शानदार 6 वर्षों से दुबई, श्रीलंका, ईरान, साउथ अफ्रीका कंजाइना और पाकिस्तान के लाहौर से महादेव ऐप का बेधड़क संचालन कर रहे है। बताया जा रहा है कि चार देश की नागरिकता लेकर इस काले कारोबार को साम्राज्य फैला लिया है।