बिलासपुर के बोदरी नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। विवादित यूथ कांग्रेस नेता की पत्नी को अध्यक्ष पद का टिकट दिए जाने से नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं ने बगावत कर दी। इस फैसले से असंतुष्ट वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय वर्मा और उनके समर्थकों ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। वर्मा की पत्नी नीलम विजय वर्मा ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है, जबकि AAP के टिकट पर सात अन्य नेताओं ने पार्षद पद के लिए पर्चा भरा।
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कांग्रेस में फूटा असंतोष, बगावत के संकेत
नगर पालिका परिषद बोदरी में अध्यक्ष पद के लिए विजय वर्मा अपनी पत्नी नीलम को उम्मीदवार बनाना चाहते थे, और स्थानीय पार्षद भी उनके समर्थन में थे। पर्यवेक्षक की बैठक में नीलम के नाम पर सहमति बनी थी, लेकिन पार्टी ने यूथ कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष सुनील साहू की पत्नी विमला साहू को टिकट दे दिया। साहू पर सरकारी जमीन पर कब्जा करने जैसे आरोप लगे हैं, जिससे पार्टी कार्यकर्ता नाराज हो गए।
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टिकट बंटवारे से विजय वर्मा और उनके समर्थक इतने आहत हुए कि 14 पार्षद प्रत्याशियों ने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई, लेकिन संगठन के दबाव के चलते कुछ नेताओं ने अंतिम समय पर कदम पीछे खींच लिया।
आम आदमी पार्टी से मैदान में उतरे बागी नेता
28 जनवरी को नामांकन के अंतिम दिन, छह पार्षद प्रत्याशियों ने AAP से चुनाव लड़ने का फैसला लिया। इनमें भावना आशीष खत्री, श्याम आर्य, डाली जगवानी, हितेश आहूजा, संतोषी वर्मा और सीमा गोस्वामी शामिल हैं। नीलम विजय वर्मा ने अध्यक्ष पद के लिए AAP के टिकट पर पर्चा दाखिल किया। विजय वर्मा ने 15 में से 8 वार्डों में अपनी मजबूत टीम उतारी, जबकि बाकी प्रत्याशी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हैं।
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