MLA daily allowance doubled : छत्तीसगढ़ में विधायकों ने अपना दैनिक भत्ता डबल कर लिया है। सबसे बड़ी बात ये कि अमूमन एक- दूसरे से अलग- अलग राय रखने वाले बीजेपी और कांग्रेस के विधायक इस मुद्दे पर एक थे। इन्होंने सर्वसम्मति के साथ दैनिक भत्ता दोगुना किए जाने का प्रस्ताव पास कर लिया।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधायकों का भत्ता बढ़ाए जाने का प्रस्ताव पास हो गया है। इसके साथ ही दैनिक भत्ते की नई दरें लागू हो गई हैं। इसके अनुसार विधायकों को अब एक हजार रुपए की जगह 2 हजार रुपए दैनिक भत्ता मिलेगा। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में शीतकालीन सत्र चल रहा है। इसमें ही दैनिक भत्ता बढ़ाए जाने का प्रस्ताव लाया गया था।
विधायकों को दैनिक भत्ता उन दिनों के लिए मिलता है, जिनमें वे विधानसभा की बैठकों या समितियों की बैठकों में भाग लेते हैं। यह बैठकें राज्य की राजधानी तथा राज्य के बाहर भी हो सकती हैं। बैठक वाले दिन से दिवस पहले से यह काउंट किया जाता है और बैठक के बाद वाले दिवस तक की गणना की जाती है।
मान लिया जाए कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है। इसमें चार दिन विधानसभा की कार्रवाई चलती है तो एक दिन आगे और पीछे का काउंट करने पर छह दिन के लिए 12 हजार रुपए अतिरिक्त भुगतान दैनिक भत्ते के रूप में किया जाएगा। इसके अलावा पहले से जो भत्ते मिल रहे हैं, वह यथावत रहेंगे।
छत्तीसगढ़ में विधायकों का दैनिक भत्ता कितना बढ़ाया गया है ?
छत्तीसगढ़ में विधायकों का दैनिक भत्ता 1,000 रुपए से बढ़ाकर 2,000 रुपए कर दिया गया है। यह प्रस्ताव विधानसभा में सर्वसम्मति से पास किया गया।
विधायकों को दैनिक भत्ता किन दिनों के लिए दिया जाता है ?
विधायकों को दैनिक भत्ता उन दिनों के लिए दिया जाता है, जब वे विधानसभा की बैठकों या समितियों की बैठकों में भाग लेते हैं। यह बैठकें राज्य की राजधानी या राज्य के बाहर हो सकती हैं। भत्ता बैठक के दिन से एक दिन पहले और एक दिन बाद तक काउंट किया जाता है।
विधानसभा सत्र के दौरान दैनिक भत्ता कैसे काउंट किया जाता है ?
यदि विधानसभा का सत्र चार दिनों तक चलता है, तो बैठक के एक दिन पहले और एक दिन बाद को जोड़कर कुल छह दिनों के लिए दैनिक भत्ता काउंट किया जाता है। ऐसे में विधायकों को 6 दिनों के लिए 12,000 रुपए दैनिक भत्ते के रूप में मिलते हैं।