ये दिवाली-जेल वाली...विधायक यादव और पूर्व IAS रानू साहू की रिमांड बढ़ी

बलौदा बाजार हिंसा मामले में जेल में बंद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव और DMF घोटाले सहित अन्य मामलों में जेल में बंद पूर्व IAS रानू साहू की जेल में दीपावली मनेगी। कोर्ट ने इनकी रिमांड अवधि बढ़ा दी है।

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Kanak Durga Jha
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Balodabazar Violence : कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव और पूर्व आईएएस रानू साहू की दीपावली जेल में ही मनेगी। कोर्ट ने अलग- अलग मामलों में दोनों की रिमांड अवधि बढ़ा दी है।

DMF यानी जिला खनिज फंड घोटाले में निलंबित IAS रानू साहू और आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग की उपायुक्त माया वारियर को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। मंगलवार को ED की रिमांड पूरी होने के बाद दोनों को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया था। ED स्पेशल कोर्ट ने दोनों को 5 नवंबर तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। वहीं,  बलौदा बाजार हिंसा मामले में जेल में बंद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की भी रिमांड अवधि 4 नवंबर तक बढ़ा दी है।

चालान में देरी और आरोपों की लड़ाई

विधायक देवेंद्र यादव ने पुलिस पर जानबूझकर चालान पेश करने में देरी करने का आरोप लगाया है ताकि उनके खिलाफ नए आरोप गढ़े जा सकें। 5 अक्टूबर को मामले के 90 दिन पूरे हो गए थे, जिसके बाद पुलिस को जल्द ही चालान दाखिल करना अनिवार्य हो गया है। देवेंद्र यादव के वकील ने सोमवार को उनकी जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इससे पहले 10 और 17 सितंबर को उनकी जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है।

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गिरफ्तारी और जमानत की लड़ाई

देवेंद्र यादव को 17 अगस्त को भिलाई से गिरफ्तार किया गया था और तब से उनकी न्यायिक रिमांड बार-बार बढ़ाई जा रही है। उन्हें रायपुर की सेंट्रल जेल में रखा गया है। पुलिस का दावा है कि देवेंद्र यादव का मोबाइल अब तक जमा नहीं हुआ है, जिससे जांच में देरी हो रही है। हालांकि, यादव के वकील का कहना है कि मोबाइल जब्त कर लिया गया था। हालांकि डीवीआर कॉपी करने के बाद पुलिस ने उसे लौटा भी दिया था।

विधायक पर भीड़ को उकसाने का आरोप

देवेंद्र यादव पर बलौदा बाजार हिंसा को भड़काने का आरोप है। पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए चार बार नोटिस भेजा था, लेकिन यादव ने पहले बयान देने से मना कर दिया था। हालांकि, तीसरी बार नोटिस मिलने पर उन्होंने बलौदाबाजार पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की थी। पुलिस का कहना है कि उनके पास देवेंद्र यादव के खिलाफ कई गवाह और वीडियो साक्ष्य हैं, इन्हीं आधार पर कार्रवाई की जा रही है।

FAQ

बलौदा बाजार हिंसा केस क्या है ?
छत्तीसगढ़ में 15 मई 2024 को बलौदा बाजार जिले में सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल के पास स्थित बाघिन गुफा में लगे जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इस घटना के बाद स्थानीय समुदाय में आक्रोश फैल गया और 10 जून को प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और प्रशासनिक कार्यालयों पर हमला कर दिया। इस दौरान कई सरकारी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था। कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव पर इस हिंसा में शामिल होने और भीड़ को उकसाने का आरोप है।

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अन्य मामलों में भी जांच जारी

बलौदा बाजार हिंसा के अलावा, देवेंद्र यादव के खिलाफ कोयला घोटाला और एक कथित MMS मामले की भी जांच चल रही है। भिलाई नगर पुलिस ने भी उन्हें इस मामले में नोटिस जारी किया था, लेकिन यादव ने बयान देने के लिए थाने जाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे एक बार बयान दे चुके हैं और अब पुलिस चाहे तो उनके कार्यालय आकर आगे की जानकारी ले सकती है।

अब देखना होगा कि अदालत में आज होने वाली सुनवाई और जमानत याचिका पर क्या निर्णय होता है, और क्या पुलिस देवेंद्र यादव के खिलाफ चालान पेश कर पाती है।

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