नाम Charandas बात सिर फोड़ने की,मचा बवाल तो बोले- ऐसा तो नहीं कहा था

बात जब मोदी पर आए तो मोदी का परिवार कहां चुप रहने वाला था। मोदी का परिवार भड़का तो महंत के सुर बदल गए। महंत बोले मैंने ऐसा तो नहीं कहा था। लेकिन ये समय चुनाव का है इसलिए बवाल थमता दिखाई नहीं दे रहा।

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Jitendra Shrivastava
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RAIPUR. नाम चरणदास ( Charandas ) और बातें पीएम का सिर फोड़ने की। बेहद अजीब लगता है लेकिन सियासत में सब मुमकिन है। इस बार ये वाक्या छत्तीसगढ़ में हुआ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के चुनाव प्रचार में पीएम के सामने लाठी उठाने और सिर फोड़ने की बात कर दी। बात उन्होंने भूपेश की शान में कसीदे पढ़ते हुए कही लेकिन उनकी ये बात चिंगारी बन गई। इस चिंगारी से भड़की आग ने सियासी बवाल मचा दिया। बात जब मोदी पर आए तो मोदी का परिवार कहां चुप रहने वाला था। मोदी का परिवार भड़का तो महंत के सुर बदल गए। महंत बोले मैंने ऐसा तो नहीं कहा था। लेकिन ये समय चुनाव का है इसलिए बवाल थमता दिखाई नहीं दे रहा। बीजेपी ने चुनाव आयोग में महंत की शिकायत की तो कांग्रेस ने गृहमंत्री विजय शर्मा के खिलाफ एक्शन लेने की मांग कर डाली। देखिए छत्तीसगढ़ की सियासत में मचे बवाल की पूरी कहानी। 

चरणदास महंत की सिर फोड़ने वाली स्पीच

कांग्रेस के बड़े नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पूर्व सीएम भूपेष बघेल के चुनाव प्रचार में सीधे पीएम मोदी पर निशाना साध लिया। निशाना भी ऐसा कि जिसमें लाठी उठाने और सिर फोड़ने की बात है। कुछ इसी तरह की स्पीच मध्यप्रदेश में कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री राजा पटैरिया ने दी थी। मोदी के खिलाफ की गई इस तरह की बातों ने उनको जेल की हवा खिला दी थी। महंत के इस तरह के बयान से राज्य में सियासी बवाल मच गया। मोदी का परिवार यानी बीजेपी नेताओं ने महंत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। चुनाव आयोग में शिकायत की, महंत का बंगला घेर लिया। सीएम से लेकर गृह मंत्री तक महंत के खिलाफ मैदान में उतर गए। महंत को खुली चुनौती दे दी कि मोदी तक पहुंचने के लिए पहले उनके परिवार को लाठी मारकर तो दिखाएं। 

बोले- मैं तो छत्तीसगढ़िया हूं

बात बढ़ी तो महंत बैकफुट पर आ गए। राजा पटैरिया का मामला वो देख ही चुके थे। महंत के बयान पर बवाल बढ़ता ही जा रहा था। सीएम से लेकर बीजेपी के सभी नेता अपनी चुनावी सभाओं में इसका जिक्र करते रहे। महंत ने देर नहीं की और तत्काल माफी मांग ली। वे बोले कि मैं तो छत्तीसगढ़िया हूं, बोलचाल की भाषा में कह दिया और मैंने ऐसा तो कुछ नहीं कहा कि तिल का ताड़ बनाया जाए। 

विजय शर्मा ने आचार संहिता का उल्लंघन किया

चरणदास की माफी के बाद अब बारी कांग्रेस की थी। महंत के बदले सुर के बाद कांग्रेस फॉर्म में आ गई। एक शिकायत तैयार की और पहुंच गई चुनाव आयोग के दफ्तर। कांग्रेस ने शिकायत की है कि विजय शर्मा ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है। बीजेपी नेताओं ने गृह मंत्री के इशारे पर ही महंत के बंगले में घुसने की कोशिश की और दरवाजा तोड़ा। बहरहाल मामला जो भी हो, लेकिन फिलहाल ये बवाल थमता नजर नहीं आ रहा।

सिर फोड़ने की बात Charandas