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विधानसभा, लोकसभा के बाद रायपुर दक्षिण उपचुनाव में हार का सामना करने वाली कांग्रेस के लिए राहत की खबर है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास पचास से ज्यादा बड़े नेताओं के आवेदन आए हैं। ये नेता पिछले चुनावों के दौरान पार्टी से बगावत कर गए थे। ये सभी अब पार्टी में वापस आना चाहते हैं। हालांकि, इन नेताओं की घर वापसी ने पार्टी की परेशानी भी बढ़ा दी है।
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दिल्ली में हो चुकी है कमेटी की बैठक
पार्टी छोड़ चुके नेताओं को वापस लेने के लिए बनी कमेटी की पहली बैठक दिल्ली में आयोजित की गई थी। इसमें प्रदेश संगठन प्रभारी सचिन पायलट के साथ पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज तथा तीनों प्रभारी सचिव के साथ कमेटी के सदस्यों को ऑनलाइन जोड़ा गया था। बताया जा रहा है कि जिन नेताओं को पार्टी में वापस लिया जाना है, उनका विरोध हो रहा है। यही वजह है कि किसी भी नेता की वापसी पर फैसला नहीं हो सका है।
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पीसीसी ने मंगाए थे आवेदन
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। इसे देखते हुए पार्टी अपने संगठन को मजबूत करना चाहती है। इसके लिए जरूरी है कि पार्टी छोड़ चुके नेताओं को भी वापस लिया जाए। इसके लिए पीसीसी चीफ दीपक बैज की ओर से घर वापसी के इच्छुक नेताओं से आवेदन बुलाए गए थे।
घर वापसी के लिए जिन बड़े नामों ने आवेदन किया है, उनमें रेणु जोगी, अमित जोगी अपनी JCC का विलय कांग्रेस में करना चाहते हैं। वहीं, पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह, पूर्व विधायक अनूप नाग पूर्व कांग्रेस नेता आनंद कुकरेजा और उनके बेटे पूर्व एमआसी मेंबर अजीत कुकरेजा के नाम भी शामिल हैं।
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