राजधानी रायपुर के कलेक्ट्रेट में कार्यरत एक कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली। प्रदीप उपाध्याय नाम के इस कर्मचारी का शव सोमवार सुबह उनके घर के कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
सुसाइड नोट में लगाया गंभीर आरोप
पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें प्रदीप ने कार्यस्थल पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। नोट में उन्होंने कलेक्ट्रेट में पदस्थ एक डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी द्वारा लगातार प्रताड़ित किए जाने का जिक्र किया है।
पुरानी बस्ती का निवासी था प्रदीप प्रदीप उपाध्याय रायपुर के कलेक्ट्रेट में चपरासी के पद पर तैनात थे और पुरानी बस्ती इलाके में रहते थे। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से मानसिक दबाव में थे। आज सुबह उनका शव घर के एक कमरे में फांसी से लटका हुआ मिला, जिसके बाद परिवार जिस को सूचना दी।
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पुलिस कर रही है जांच
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अब यह देखा जा रहा है कि मृतक द्वारा लगाए गए आरोपों में कितनी सच्चाई है और संबंधित अधिकारी की भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है।
इस घटना ने सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य और कार्यस्थल पर उत्पीड़न की समस्या को उजागर किया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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