रायपुर पुलिस ने निकाला हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर का जुलूस, रास्ते में हुआ बेहोश

रायपुर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर का जुलूस निकाला। वीरेंद्र सूदखोरी, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के मामलों में आरोपी है। वीरेंद्र का भाई रोहित तोमर अब भी फरार है। दोनों भाइयों पर 16 से अधिक मामले दर्ज हैं।

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Sanjay Dhiman
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Photograph: (the sootr)

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RAIPUR.पांच महीनों से फरार चल रहे हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर को रायपुर पुलिस ने शनिवार को मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार किया था। रविवार को इस कुख्यात आरोपी का रायपुर पुलिस ने जुलूस निकाला। इस जुलूस के दौरान आरोपी की हालत बिगड़ गई। वह रास्ते में ही बेहोश हो गया। यह आरोपी पिछले पांच महीनों से पुलिस को चकमा दे रहा था। आरोपी को रूबी तोमर के नाम से भी लोग जानते हैं। पुलिस के अनुसार इस पर सूदखोरी, अड़ीबाजी, मारपीट जैसे 16 से अधिक मामले दर्ज हैं। वीरेंद्र तोमर का भाई रोहित तोमर अब भी फरार है।

वीरेंद्र सिंह तोमर का अपराध इतिहास

वीरेंद्र सिंह तोमर और उसके छोटे भाई रोहित तोमर ने रायपुर और आसपास के इलाकों में कई अपराध किए हैं। यह दोनों भाई सूदखोरी और अवैध उगाही के मामलों में माहिर थे। कर्जदारों से बेतहाशा ब्याज वसूलना और उन्हें धमकाकर पैसा लेना इनका रोज का काम था।
पुलिस के अनुसार, वीरेंद्र तोमर पर 16 से अधिक मामले दर्ज हैं। इसमें मारपीट, चाकूबाजी, हत्या का प्रयास, ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। इसके अलावा, वीरेंद्र पर अवैध हथियार रखने का भी आरोप था। जब पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा, तो उन्हें वहां से कई हथियार मिले थे। 

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वीरेंद्र तोमर का जुलूस और उसकी गिरफ्तारी

रविवार को उसका जुलूस निकाला गया, जिसमें वह लंगड़ाते हुए चल रहा था। वीरेंद्र की बनियान फटी हुई थी और वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा था। पुलिस उसकी गिरफ्तारी को बड़ी सफलता मान रही है।
क्राइम ब्रांच और पुरानी बस्ती पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे ग्वालियर (MP) से गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने वीरेंद्र और रोहित के खिलाफ कई खुफिया जानकारी इकट्ठी की थीं। इसी के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।

भाई रोहित तोमर की अब भी तलाश

वीरेंद्र तोमर का भाई रोहित तोमर अब भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। रोहित पर भी गंभीर आरोप हैं। उसके खिलाफ भी कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कई स्थानों पर छापेमारी की है, लेकिन अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली है।
रोहित की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस को उम्मीद है कि कई अन्य अपराधियों और नेटवर्क को बेनकाब किया जा सकेगा। पुलिस की विशेष टीम उसे पकड़ने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है।

पुलिस द्वारा जब्त करोड़ो की संपत्ति, दस्तावेज

वीरेंद्र और रोहित तोमर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनके करीबियों के घरों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और संपत्तियां जब्त की गईं, जो यह दर्शाती हैं कि दोनों भाई कैसे अपने कर्जदारों की संपत्तियों को कब्जे में लेते थे। 
पुलिस ने 40 करोड़ रुपए से अधिक के रजिस्ट्री के दस्तावेज, 3.5 करोड़ रुपए का सोना और 10 लाख रुपए की चांदी जब्त की है। इसके अलावा, पुलिस को बैंक पासबुक, चेक और एटीएम भी मिले हैं।

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छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट खारिज कर दी अग्रिम जमानत याचिका

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने वीरेंद्र और रोहित तोमर की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया। दोनों की पत्नियों और भतीजे को अग्रिम जमानत मिल चुकी है। सरकारी वकील ने अदालत में यह तर्क दिया कि दोनों भाइयों का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है और उन पर कई गंभीर आरोप हैं। अदालत ने सरकारी वकील के तर्कों को सुनने के बाद अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया।

मध्यप्रदेश ग्वालियर जमानत याचिका वीरेंद्र तोमर का जुलूस हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर
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