अरुण तिवारी@ Raipur.
मंत्रीजी को लगी छपास की बीमारी
सरकार के एक युवा मंत्री इन दिनों छपास की बीमारी से पीड़ित हैं। कोई भी घटना होती है पहले मीडिया पहुंचती है फिर मंत्रीजी की आवक होती है। सरकार का कोई विषय हो या फिर विपक्ष पर हमला, ये हर समय तैयार रहते हैं। ये मंत्रीजी, मध्यप्रदेश के एक मंत्री की तरह नजर आते हैं जो हर बात पर अपना बयान जारी करते रहे हैं। आजकल वे जनता की मेहरबानी से बल्ला टांगकर पैवेलियन में बैठे हैं। अब इन मंत्री को कंट्रोल करने के लिए संगठन के नेता इनका टाइम टेबल तैयार कर रहे हैं ( सिंहासन छत्तीसी )।
अफसर बेचारे_ईडी के डर के मारे
आजकल कुछ अफसरों को ईडी के सपने आ रहे हैं। पिछली सरकार में सीएम के करीबी रहे इन अफसरों को ईडी का डर सता रहा है। भूपेश सरकार के समय इन्होंने खूब मलाई चाटी है। अब जबकि सरकार बदली है तो इनको लूपलाइन में पटक दिया गया है। जिस तरह भूपेश सरकार के समय हुए घोटालों पर ईडी, एसीबी और ईओडब्ल्यू ने अफसरों को घेरा है उससे बाकी अफसरों में दहशत का माहौल बना हुआ है। आपस में यह चर्चा भी गर्म है कि कहीं अपनी बारी न आ जाए।
अपने नेताओं पर भी पड़े ईडी का छापा
बीजेपी के कार्यकर्ता अपने दल के नेताओं के भ्रष्टाचार पर नाराज हैं। पार्टी के एक मुखर नेता कहते हैं कि मोदी को तीसरी बार सत्ता में आने पर उनकी उम्मीदें बहुत बढ़ गई हैं। उनकी अपेक्षा है कि जिस तरह से मोदी भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में आए नेताओं को जेल में डाल रहे हैं उसी तरह अपने दल के भ्रष्टचारियों के यहां भी ईडी और सीबीआई को भेजें। कार्यकर्ता कहते हैं कि हम पांच साल पार्टी के काम में जुटे रहते हैं और उनके हिस्से आने वाला माल कोई और उड़ा ले जाता है।
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लबरा राजा की लूटमार शैली
छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों एक वीडियो धमाल मचा रहा है। इस वीडियों में लबरा राजा की लूटमार शैली पर पूरा वीडियो बनाया गया है। राजा के अलावा उनके मंत्रियों को भी निशाने पर लिया गया है। अब लोग अपने अपने हिसाब से इस लबरा राजा का अंदाजा लगा रहे हैं। बता दें की लोकसभा चुनाव में इन लबराराजा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
कभी सरकार में इनकी तूती बोलती थी। अब यह सलाखों के पीछे हैं। जब तक अपनी सरकार रही तब तक तो जेल में भी मजे थे, लेकिन अब इनके दिन बदल गए हैं। कभी जिन मैडम के सामने अफसरों की कतार लगी रहती थी, वे ही अब चार रोटी के लिए खाने की कतार में लगी रहती हैं। उनको देखने वाले बताते हैं कि मेमसाब जमीन पर सोती हैं, तय समय पर उठती हैं और घंटी बजते ही सो जाती हैं। बता दें कि ये मेडम पिछली सरकार में हुए घोटालों के जाल में फंसी हैं।