छत्तीसगढ़ के तीन नगर निगमों में अब नई प्रशासनिक व्यवस्था लागू करने की तैयारी चल रही है। इसके तहत नगर निगम रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग-भिलाई में अब जोन कमिश्नर डिप्टी कलेक्टर रैंक के होंगे। यहां राज्य प्रशासनिक सेवा (राप्रसे) के अफसरों को बैठाया जाएगा। संभावना है कि मई से ही रायपुर निगम के 10 जोन में प्रतिनियुक्ति हो सकती है।
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ग्रेड पे और पद में असमानता
नगर निगमों में अभी तक नगरपालिका सेवा अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति जोन कमिश्नर के रूप में होती रही। मगर, जोन कमिश्नर के ग्रेड पे और जोन में कार्यपालन अभियंता के ग्रेड पे और पद में काफी असमानता है। जोन कमिश्नर क्लास 2 रैंक के अधिकारी होते हैं, जबकि कार्यपालन अभियंता का रैंक क्लास-1 अफसर का है। इस समय रैंक 2 के नीचे रैंक 1 अफसर काम कर रहे हैं। माना जा रहा है कि शासन ने इसी विषमता को दूर करने के लिए यह कदम उठाया है।
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रायपुर में हो सकती है 15 नियुक्ति
अकेले रायपुर नगर निगम में ही राज्य प्रशासनिक सेवा के लगभग 15 अधिकारियों की नियुक्ति हो सकती है। नगर निगम में इसकी शुरुआत तत्कालीन नगर निगम आयुक्त ओपी चौधरी के समय पुलक भट्टाचार्य और तारनप्रकाश सिन्हा की नियुक्ति से हुई थी। बाद में यहां उपायुक्त राजस्व के पद पर अरविंद शर्मा नियुक्त किए गए। सिन्हा ने बतौर निगम आयुक्त काम किया था। इस समय निगम में राज्य प्रशासनिक सेवा से राजेंद्रप्रसाद गुप्ता, यूएस अग्रवाल और डॉ. अंजलि शर्मा काम कर रही हैं। इनमें से गुप्ता की सेवानिवृत्ति सितंबर में हो जाएगी।
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निर्धारित नियम शर्तों का उल्लंघन
निगम के जोन कमिश्नर पद पर पदस्थ नगर पालिका सेवा के अधिकारियों का ग्रेड पे 5400 है, जबकि इनके अधीन कार्यरत कार्यपालन अभियंताओं का ग्रेड पे 6600 है। इस तरह अपरआयुक्त का ग्रेड पे 7600 होना चाहिए। दरअसल, नगर निगम में सेटअप के लिए निर्धारित नियम शर्तों का उल्लंघन कर जोन कमिश्नर और अपर आयुक्त बनाए जाते रहे हैं। इस समय डिप्टी कलेक्टर यदि जोन कमिश्नर बनते हैं तो उनको भी नियुक्ति के बाद ग्रेड पे बैलेंस करने तत्काल पदोन्नति देनी होगी।
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सैनेटरी एक्सपर्ट की भी मांग
रायपुर नगर निगम की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सैनेटरी एक्सपर्ट की मांग कई सालों से उठाई जा रही है। नगर निगम के सेटअप में सैनेटरी एक्सपर्ट के लिए आयुर्वेद या एमबीबीएस अधिकारी का ही प्रावधान है। इसके बावजूद कई सालों से होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी को नियुक्त करके रखा गया है। इस बाद की चर्चा संचालनालय स्तर तक रही है। रायपुर निगम में अभी प्रतिनियुक्ति पर दो होम्योपैथी महिला चिकित्सा अधिकारी हैं। उनमें डॉ. दिव्या चंद्रवंशी और डॉ. तृप्ति पाणिग्रही शामिल हैं।
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