पश्चिमी विक्षोभ का असर... गरज-चमक के साथ होगी भयंकर बारिश
पश्चिमी विक्षोभ और विभिन्न वायुमंडलीय सिस्टम्स के प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा, तेज हवाएं और वज्रपात की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
छत्तीसगढ़ में मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। पश्चिमी विक्षोभ और विभिन्न वायुमंडलीय सिस्टम्स के प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा, तेज हवाएं और वज्रपात की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। दक्षिण छत्तीसगढ़ में मानसून पूर्व गतिविधियों के संकेत मिल रहे हैं, वहीं अधिकतम तापमान में भी धीरे-धीरे वृद्धि का सिलसिला जारी है।
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के अनुसार, वर्तमान में निम्न वायुमंडलीय स्थितियां प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रही हैं। पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल में 5.8 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय, जो वर्तमान में 32° उत्तरी अक्षांश और 73° पूर्वी देशांतर पर स्थित है।
चक्रवाती परिसंचरण: पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे लगे बिहार के ऊपर बना चक्रवातीय परिसंचरण, जो 0.9 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है। इससे एक द्रोणिका छत्तीसगढ़ होते हुए दक्षिण ओडिशा तक विस्तारित है।
उत्तर-दक्षिण द्रोणिका: पश्चिमी विदर्भ से केरल तक 1.5 किमी ऊंचाई तक फैली एक और द्रोणिका सक्रिय है।