वेंकटेश कोरी, JABALPUR. जबलपुर में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के एक ऑफर की सियासी गलियारों में काफी चर्चा हो रही है। दरअसल वेटरनरी कॉलेज मैदान में आयोजित सड़कों के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक ओमकार सिंह मरकाम को इशारों इशारों में भारतीय जनता पार्टी में आने का न्योता दे दिया।
लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की जमावट
मंच पर मौजूद आमंत्रित जनप्रतिनिधियों का नाम लेते समय मुख्यमंत्री मोहन यादव ने डिंडोरी से कांग्रेस के विधायक ओमकार सिंह मरकाम का नाम लिया और कहा कि, कहां गलत पटरी पर बैठे हो हमारे साथ आ जाओ, मुख्यमंत्री के इतना कहते ही सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा चल पड़ी है कि लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा नए सिरे से जमावट कर रही है और उसकी नजर कांग्रेस के उन नेताओं पर भी हैं जो पार्टी के टिकट से जीते हैं और अपने-अपने वर्गों में खासा प्रभाव भी रखते हैं।
मुख्यमंत्री को विकास पर ध्यान देने की सलाह
भरे मंच से मुख्यमंत्री मोहन यादव के द्वारा ओमकार सिंह मरकाम को बीजेपी में आने का इशारों इशारों में संकेत देने का विधायक ने भी जवाब दिया, पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि वे प्रदेश के विकास पर ध्यान दें और इस तरह से दिमाग न चलाएं।
बड़े आदिवासी चेहरे के रूप में पहचान
डिंडोरी विधानसभा सीट से ओमकार सिंह मरकाम लगातार विधायक चुने जा रहे हैं, इस बार के चुनाव में उन्होंने पंकज टेकाम को करारी शिकस्त देकर अपनी जीत बरकरार रखी है। ओमकार सिंह मरकाम मध्य प्रदेश के एकमात्र ऐसे नेता हैं जिन्हें विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्रीय चुनाव समिति में जगह दी थी। ओमकार मरकाम की पहचान बड़े आदिवासी नेता के रूप में होती है यही वजह है कि लोकसभा चुनाव के ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी उन्हें अपने पाले में करने की कवायद में जुटी हुई है।
कांग्रेस के 66 में से 23 विधायक आदिवासी
हाल में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। वह महज 66 सीट पर सिमट कर रह गई है। सबसे बड़ी बात कांग्रेस के इन 66 में से 23 विधायक आदिवासी सीट पर जीत कर आए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आदिवासी वर्ग में कांग्रेस की पैठ मजबूत है। बीजेपी का प्लान है कि आदिवासी वर्ग में कांग्रेस को कमजोर किया जाए।
ये सीटें हैं...
पुष्पराजगढ़, डिंडोरी, बिछिया, निवास, बैहर, लखनादौन, जुन्नारदेव, अमरवाड़ा, पांढुर्णा, टिमरनी, भीखनगांव, भगवानपुरा, सेंधवा, राजपुर, बड़वानी, जोबट, झाबुआ, थांदला, सरदारपुर, गंधवानी, कुक्षी, मनावर, सैलाना।