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BHOPAL. मोहन कैबिनेट ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग एक ही होंगे। कैबिनेट की बैठक में स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को मर्ज करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। इन दोनों विभागों को अलग-अलग होने से कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। दोनों विभाग एक ही तरह का काम करते हैं और आम जनता से सीधे जुड़े हुए हैं।
दोनों विभागों में नीतिगत मामलों में मुश्किल आती थी
स्वास्थ्य विभाग लोगों के स्वास्थ्य पर और चिकित्सा शिक्षा मेडिकल की पढ़ाई पर काम करता है। मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में जूनियर डॉक्टर और विशेषज्ञ डॉक्टर ही काम करते हैं। दोनों विभागों के अलग होने से नीतिगत मामलों में मुश्किल आती थी। यही कारण है कि अब दोनों विभागों को एक कर दिया गया है। दोनों विभागों के मर्ज होने के बाद इनके डॉक्टर और अन्य स्टाफ के वेतनमान व सेवा शर्तें क्या रहेंगी, यह जल्द ही साफ हो जाएगा।
कैबिनेट के अहम फैसले :
- चिकित्सा और स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग हुए मर्ज
- मेडीकल कॉलेज और अस्पतालों की जिम्मेदारी एक ही मंत्री के पास रहेगी
- माल और सेवाकर संशोधन अध्यादेश 2024 पर लगी मुहर
- 6 महीने के भीतर विधानसभा में बिल न आने पर दोबारा हुआ अनुमोदन
- मप्र आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय अधिनियम 2011 के कुछ प्रावधानों में संशोधन
- नर्सिंग और पैरामेडिकल की पढ़ाई भी करा सकेंगे आयु्र्वेदिक विश्वविद्यालय