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SAGAR. बीना में पदस्थ और बीजेपी से 3 विधानसभा चुनावों में टिकट की दावेदारी करने वाले डॉक्टर बलबीर ने पत्नी के साथ शनिवार की रात अपने घर में जान दे दी। सुबह पटना से आए बेटे ने अपने पिता को फांसी पर झूलते देखा। वहीं, पलंग पर उसकी मां मृत पड़ी थी। बेटे ने पुलिस को सूचना दी, इसके बाद पुलिस ने जांच के लिए एफएसएल की टीम को बुलाया है। शव के पास पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला, इस नोट में कर्ज से परेशान होकर जान देने की बात लिखी गई है। बताया जाता है कि उन्होंने किसी से अपने मकान का सौदा किया था, जिसकी आज रजिस्ट्री भी होना थी।
सुसाइड नोट में कर्ज से परेशान होकर जान देने की बात लिखी
बीना के थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर ने बताया कि चंद्रशेखर वार्ड नंदन वाटिका में रहने वाले डॉ. बलबीर कैथोरिया 58 वर्ष और उनकी पत्नी डॉ. मंजू कैथोरिया 55 वर्ष ने अपने ही घर में जान दे दी है। डॉ. बलबीर ने फांसी लगाई है वहीं, उनकी पत्नी डॉ. मंजू कैथोरिया का शव पलंग पर पड़ा हुआ मिला है। सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें कर्ज से परेशान होकर जान देने की बात लिखी गई है। मामले में FSL को सूचना दी गई है, एफएसएल जांच उपरांत शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।
डॉ. बलबीर ने बीजेपी से तीन बार टिकट की दावेदारी की थी
डॉ. बलबीर कैथोरिया कुरवाई जिला विदिशा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सेवारत थे तथा उनकी पत्नी बीना सिविल अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ थीं। हाल ही में उनके निर्देशन में सिविल अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा शुरू हुई थी। बीजेपी से तीन बार टिकट की दावेदारी करने वाले साथ ही बीना में सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर बलवीर कैथोरिया और उनकी पत्नी डॉ. शशि कैथोरिया ने आत्महत्या कर ली। बता दें उनकी बेटी ने भी तीन साल पहले फांसी लगा ली थी। बेटा पटना एम्स से डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहा है।
मकान बेचा था, आज रजिस्ट्री होनी थी
डॉ. कैथोरिया भोपाल में करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए कीमत का एक मकान ले रहे थे, इसलिए अपने बीना वाले मकान को बेच दिया था। आज शनिवार को बीना वाले मकान का एडवांस दिया जाना था और रजिस्ट्री भी होनी थी। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने इससे पहले कॉलोनी में ही रहने वाले एक व्यक्ति से मकान खरीदने की बात की थी। डॉक्टर ने सामने वाले व्यक्ति से एडवांस में 20 लाख रुपए देने की बात कही थी और छह महीने में रजिस्ट्री करने को कहा था, लेकिन वो व्यक्ति राजी नहीं हुआ था, इसलिए सौदा कैंसिल हो गया था।
तीन साल पहले बेटी ने भी दी थी जान
डॉक्टर कपल के दो बच्चों में एक पुत्र और एक पुत्री थी। पुत्री ने तीन साल पहले पढ़ाई के प्रेशर में आकर फांसी लगाकर जान दे दी थी। बेटा प्रतीक पटना एम्स से एमबीबीएस कर रहा है। बेटे की रात 10 बजे के आसपास अपने पिता से बात हुई थी, वह बीना आने के लिए निकल रहा था। सुबह घर पहुंचा तो घर के दरवाजे खुले हुए मिले। अंदर पहुंचा तो मां बिस्तर पर और पिता को फांसी पर लटके मृत अवस्था में पाया।
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