संजय गुप्ता, INDORE. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धार के चर्चित सेंट टेरेसा जमीन घोटाले में 151 करोड़ से अधिक मूल्य की चल-अचल संपत्ति को अटैच कर लिया है। हालांकि गाइडलाइन से मूल्य 8.53 करोड़ रुपए है। मनी लाण्ड्रिंग एक्ट के तहत यह कार्रवाई हुई है। ईडी ने अगस्त 2023 में इसी मामले को लेकर धार में कई ठिकानों पर एक साथ छापे मारे थे।
ईडी ने क्या कहा
ईडी ने बताया कि इन संपत्तियों में मप्र सरकार से संबंधित अवैध रूप से कब्जा की गई भूमि शामिल है। साथ ही सरकारी भूमि के हिस्से की बिक्री से सुधीर रत्नाकर पीटर दास और अन्य द्वारा किए गए अपराध की आय भी शामिल है। अटैच संपत्तियों में 56 अचल संपत्तियां और दो चल संपत्तियां है। इसमें मास्टरमाइंड सुधीर पीटर दास सहित अन्य नाम पर है।
ईडी ने पुलिस द्वार दर्ज एफआईआर पर की जांच
ईडी ने बताया कि मप्र पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर और दायर चार्जशीट के आधार पर जांच की है। इसमें अपराध संबंधी जमीन पर धार के तत्कालीन महाराजा आनंद राव पवार द्वारा कनाडाई प्रेस्बिटेरियन मिशन की डॉ. मार्गरेट ओ होरा को महिला अस्पताल और डॉक्टरों के आवासीय सुविधा स्थापित करने के उद्देश्यसे दी गई थी। साल 1927 में होरा के कनाड़ा वापस जाने के बाद इश भूमि को छोड़ दिया गया और धार मप्र की 1927-28 की मीसल बंदोस्त के अनुसार यह भूमि सरकारी भूमि के रूप में दर्ज हुई। इसके बाद विविध व्यक्तियों की मिलीभगत से सुधीर पीटर दास द्वारा साजिश कर सरकारी भूमि को अवैध रूप से हस्तांतरित कर दिया गया। इसमें निजी व्यक्तियों के साथ सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत के साथ द्वारा राजस्व व न्यायिक अधिकारियों की मिलीभगत थी। इसमें रिकार्ड नष्ट किए गए, हेराफेरी की गई।
ईडी को जांच में यह भी मिला
ईडी को जांच में यह भी मिला की धार की 3.567 हेक्टेयर जमीन जो सरकारी थी उसे सुधीर दास ने अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर विविध भूखंड़ों में बांटा गया और लाभ कमाने के लिए धोखे से जाली दस्तावेज बनाकर विविध व्यक्तियों को धोखाधड़ी से बेचा गया।
ईडी ने इनके यहां मारे थे छापे
अगस्त 2023 में ईडी ने इस लगभग 250 करोड़ के घोटाले के मास्टरमाइंड सुधीर दास, उसकी पत्नी और सुधीर जैन, सिद्धार्थ जैन के निवास और सेंट टेरेसा परिसर में जांच की थी। सेंट टेरेसा जमीन घोटाले को एक साल से अधिक हो चुका है। इस मामले में पुलिस द्वारा 50 से अधिक आरोपी बनाए गए थे। मामले में कई महिलाएं जेल भी गई। साल 2022 में ईडी ने इस मामले को संज्ञान में लिया था।