मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम राजेद्र शुक्ल शुक्रवार यानी 1 नवंबर को जबलपुर दौरे पर थे। यहां वो एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस के साथ यहां कार्यक्रम में उन्होंने कहा की स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर्स की काफी कमी है, जिसके कारण बीमार लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। एमपी में जल्द तीन हजार डॉक्टर के पद भरे जाएंगे। साथ ही डिप्टी सीएम शुक्ल ने कहा कि इन पदों के लिए एमपी कैबिनेट की बैठक में भी मंजूरी मिल चुकी है।
भोपाल AIIMS में टेस्ट के भुगतान के लिए कतार से बचें, ऐसे करें पेमेंट
डॉक्टरों की कमी
डिप्टी सीएम शुक्ल ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि यह बात सही है कि डॉक्टर्स की प्रदेश में कमी हैं, जिसके कारण लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य हों केंद्र, संजीवनी हों, उप स्वास्थ्य केंद्र में तो सीएचओ होते हैं। अस्पतालों में बेहतर चिकित्सा सुविधा होनी चाहिए, जो डॉक्टरों की कमी के कारण नहीं हो पाती है।
इस साल 1 लाख नौकरी देगी मोहन सरकार, रेप पीड़िताओं को मिली बड़ी मदद
कब होगी भर्ती
इसी के साथ इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम शुक्ल ने कहा की तीन हजार नए डॉक्टर्स की भर्ती का प्रस्ताव मोहन कैबिनेट ने मंजूर कर दिया है। दो- तीन महीने में इन डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी।
हर जिले में होगा मेडिकल कॉलेज
डिप्टी सीएम ने आगे बताया कि जब हर जिले में मेडिकल कॉलेज हो जाएगा। तब हमारे पास पर्याप्त डॉक्टर हो जाएंगे। जिससे गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी डॉक्टर बैठ पाएंगे। इस स्थिति में स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में हम और अच्छे हो जाएंगे।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें