ASI सर्वे का 79वां दिन : मध्यप्रदेश के धार भोजशाला में केंद्रीय पुरातत्व विभाग ने आज यानी 79वें दिन शनिवार, 8 जून को सर्वे कार्य किया। आज पश्चिम उत्तर के कोने में बनी हुई ट्रेंच का नक्शा बनाया गया। फिर उस ट्रेंच को मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया। उत्तरी भाग में मिट्टी हटाने का काम किया गया था, उसमें मिले पांच अवशेषों को सर्वे टीम ने अपने संरक्षण में ले लिया है। वहीं गर्भगृह में खंभों की चित्रकारी की गई। फोटोग्राफी वीडियोग्राफी की गई। आज अचानक हुई बारिश से भोजशाला के आसपास मिट्टी गीली होने से कम मजदूरों को बुलाया गया। बारिश के कारण दिक्कत न हो इसके लिए व्यापक स्तर पर इंतजाम एएसआई की टीम कर रही है।
ढाई महीने में कई छोटे-बड़े अवशेष प्राप्त हुए हैं
दरअसल, हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुसार 79 दिनों से सर्वे चल रहा है। बगैर रुके आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम यहां रोज सर्वे की एक रिपोर्ट बना रही है। जिसे अंत में मुख्य रिपोर्ट में शामिल कर कोर्ट के समक्ष पेश करना है। सर्वे करते हुए टीम को ढाई माह का समय बीत चुका है। मिट्टी हटाने के दौरान कई छोटे-बड़े अवशेष प्राप्त हो चुके हैं। इनकी संख्या अब करीब 1350 तक हो गई है। एक दिन पहले भी उत्तरी भाग से छोटे आकार के अवशेष मिले हैं। इन पर आकृतियां बनी हुई हैं। अभी इनकी सफाई होगी। पश्चिम क्षेत्र में खेत में भी मिट्टी हटाने का काम हो रहा है।
ये खबर भी पढ़ें...
ASI सर्वे का 77वां दिन : भोजशाला में मिट्टी हटाने पर 11 अवशेष मिले
पश्चिम-उत्तर कोने में बनी ट्रेंच का नक्शा बनाया
भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि ट्रेंच में से पहले पानी साफ किया गया, फिर पश्चिम-उत्तर कोने में बनी ट्रेंच का नक्शा बनाया गया। उत्तरी भाग में जो मिट्टी हटाने का काम किया गया था, उसमें पांच अवशेष प्राप्त हुए हैं। सर्वे टीम ने उन्हें अपने संरक्षण में लिया है। इसके साथ ही खम्भों और दीवारों के पत्थर पर आकृतियां बनी हुई है, जिसे एएसआई की टीम ने अपने संरक्षण में लिया। गर्भगृह में खंभों की चित्रकारी की गई है, जिसकी फाइनल टचिंग चल रही है।
पश्चिम भाग में कॉर्नर पर बनी ट्रेंच में भराव किया
कमाल मौलाना वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अब्दुल समद ने कहा कि, आज उत्तरी और पश्चिम भाग में कॉर्नर पर बनी ट्रेंच में भराव का काम किया गया। लगभग उसका काम पूरा कर लिया गया है। कल उसका भराव भी पूरा कर लिया जाएगा। उत्तर दिशा में खोदी गई ट्रेंच को भरा गया है। मिट्टी से मिले पुराने अवशेष की क्लीनिंग ब्रशिंग की गई है। आज खुदाई बंद थी, जिसके कारण कुछ अवशेष नहीं मिले।