संजय शर्मा, BHOPAL. RGPV में करोड़ों के घोटाले के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से गुस्साए ABVP ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को सबसे सुस्त जीव स्लोथ भालू की संज्ञा तक दे डाली। छात्रों ने रविवार को सीएम हाउस ( CM हाउस ) के सामने तीन घंटे तक तपती धूप में प्रदर्शन करते रहे। जिसके बाद सीएम डॉ. मोहन यादव और टेक्निकल एजुकेशन मिनिस्टर इन्दर सिंह परमार को मांग पत्र दिया। छात्रों ने घोटालेबाजों के जल्द पकड़े न जाने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी सरकार को दी है।
चुनाव से पहले गुस्से में ABVP और छात्र
घोटालेबाज पूर्व कुलपति की गिरफ्तारी न होने और सरकार की बेरुखी पर विद्यार्थी परिषद का गुस्सा फट पड़ा। रविवार को परिषद के सन्देश पर सैकड़ों RGPV छात्र पॉलिटेक्निक चौराहा पहुंच गए। छात्रों ने सीएम हाउस में प्रवेश से रोके जाने पर चौराहे पर ह्यूमन चैन बनाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। ABVP की राष्ट्रीय मंत्री शालिनी वर्मा के साथ प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने भोपाल पुलिस पर RGPV के घोटालेबाजों को गिरफ्तार न करने के आरोप लगाए। छात्र तीन घंटे से ज्यादा समय तक प्रदर्शन करते रहे और पुलिस उन्हें पीछे हटाने का प्रयास करती रही। इस दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव ने प्रतिनिधिमंडल को बुलाकर बात की। छात्रों ने करोड़ों के घोटाले में पुलिस की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर सवाल उठाए। आश्वासन के बाद लौटे छात्रों ने घोटालेबाज पूर्व कुलपति और उसके साथियों की जल्द गिरफ्तारी न होने पर प्रदेश भर में आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इससे पहले छात्रों ने टेक्निकल एजुकेशन मिनिस्टर इन्दर सिंह परमार के आवास का घेराव कर जमकर नारेबाजी की।
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भोपाल पुलिस सबसे सुस्त जीव से भी ढीली
अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शालिनी वर्मा ने RGPV के करोड़ों के घोटाले की जांच कर रही भोपाल पुलिस पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा जब छात्रों ने घोटाला होने की शिकायतें की तब अधिकारी और पुलिस ने अनसुना किया। शासन की रिपोर्ट का हवाला दिया तो उसे भी अनदेखा करते रहे। जब सब सामने आ गया तब मंत्री को मौके पर आकर निर्देश देने पड़े तब केस दर्ज किया। उसमें भी एक नाम छोड़ दिया गया है। एक महीना बीत गया एक भी आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आया। जब छात्र और परिषद कार्यकर्ताओं ने सूचना और लोकेशन बताई तब भी पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश नहीं की। भोपाल पुलिस दुनिया के सबसे सुस्त जीव स्लोथ भालू से भी सुस्त है। अधिकारी कुर्सी पर बैठकर बातें कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में कुछ कार्रवाई नहीं हो रही।
पुलिस के रिश्तेदार है क्या घोटालेबाज
गुस्साए भड़के छात्रों ने सीएम हाउस के सामने चौराहे को घेरकर शासन-प्रशासन और पुलिस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। प्रांत मंत्री संदीप वैष्णव ने कहा कि RGPV के करोड़ों के घोटालों पर कार्रवाई में इतनी देरी क्यों ? शासन-प्रशासन ने मौन व्रत क्यों साध रखा है। क्या घोटालेबाज पुलिस के रिश्तेदार हैं, क्या उन्हें राजनीतिक संरक्षण है या पुलिस उनसे भयभीत है। वैसे तो पुलिस छोटे- छोटे केस में भी इतनी तत्परता दिखाती है। इसमें ऐसा क्या है की पहले केस दर्ज करने में महीना बीत गया। अब गिरफ्तारी के लिए पुलिस इंतजार कर रही है की कोई जामवंत की तरह आकर शक्ति की याद दिलाए।